बॉलीवुड फिल्मों के जाने माने मशहूर अभिनेता नाना पाटेकर को पहली बार फिल्म 'परिंदा' के लिए राष्ट्रिय पुरस्कार मिला था। इस फिल्म में गैंगस्टर अन्ना का किरदार निभा रहे नाना का काम बहुत पसंद किया गया था। 'परिंदा' में जैकी श्रॉफ एवं अनिल कपूर ने दो भाइयों के लीड किरदार निभाए थे, जो मजबूरी में अंडरवर्ल्ड का हिस्सा बन जाते हैं। गैंगस्टर फिल्मों के मामले में आइकॉनिक मानी जाने वाली 'सत्या' के राइटर अनुराग कश्यप एवं निर्देशक राम गोपाल वर्मा भी कह चुके हैं कि 'परिंदा' ने उन्हें बहुत इंस्पायर किया था। हिंदी गैंगस्टर फिल्मों को एक नई भाषा देने वाली 'परिंदा' में नाना पाटेकर पहले जैकी श्रॉफ वाला किरदार करने वाले थे। अब नाना ने बताया है कि कैसे अनिल कपूर ने उन्हें फिल्म से निकलवा दिया था।
अपने एक इंटरव्यू के चलते नाना ने बताया, 'मैं पहले जैकी का रोल करने वाला था तथा नसीरुद्दीन शाह अन्ना की भूमिका निभाने थे। नसीर बाहर हो गया, मैंने और अनिल ने बहुत रिहर्सल भी की थी, और फिर अचानक से निकाल दिया गया।' नाना ने बताया कि अभी हाल ही में उन्होंने 'परिंदा' को लेकर अनिल कपूर से बात की, तो पूछा, 'अबे तूने विनोद को ऐसे बोल दिया कि नाना को निकाल दो?' तो अनिल ने उन्हें बताया, 'सच कहूं नाना यार, क्या हुआ पता है, मैंने सोचा नाना को क्यों स्टार बनाऊं मैं!' नाना ने कहा ये जाहिर था कि जैकी वाला रोल जो करेगा, वो स्टार बनेगा। नाना ने बताया, 'मैंने अनिल को कहा- 'उस समय मैंने तुझे बताया था न, कोई भी रोल दे दो हम स्टार बनकर दिखाएंगे, तेरी ओर कोई नहीं देखेगा!' अनिल एवं मुझमें सबकुछ चलता है आजकल। लेकिन उस समय तो वो स्टार था, विनोद ने उसकी बात मान ली और हमें निकाल दिया। फिर हम निकल गए तथा नाटक करने लगे। फिर 3-4 महीने पश्चात् विनोद आकर बोला- सुन तू अन्ना का रोल करेगा क्या?'
नाना ने कहा पहले तो वो डायरेक्टर विधु विनोद चोपड़ा को देखकर गुस्साए। 'मैंने कहा 'मैं करूंगा।' उसने बोला कि मार्किट में अभी तुम्हें जितने पैसे मिल रहे हैं वो मैं दूंगा। मैंने कहा 'वो तो मैं लूंगा ही, वो कोई मेहरबानी थोड़ी करेगा तू। लेकिन लिखूंगा मैं' नाना ने बताया। आगे उन्होंने कहा कि उनके किरदार का जलकर मरने वाला एंगल उनका स्वयं का लिखा हुआ है। नाना ने बताया, 'वो आग वाकई लगी थी। मैं जल रहा था। उसके बाद एक वर्ष तक मैं कुछ नहीं कर पाया, मैं अस्पताल में पड़ा हुआ था 60 दिन। वो जो सीन देखते हो न उसमें मैं बाकायदा जल रहा था। नाना ने बताया कि उनकी स्किन गल के उनकी चप्पलों एवं पायजामे पर गिर गई थी। दाढ़ी नहीं थी, मूंछें नहीं थीं, भवें नहीं थीं, पलकें नहीं थीं। उन्होंने कहा कि आदमी को जलने में बस 5 सेकंड लगते हैं। आगे नाना ने कहा, 'खैर वो हादसा था। हो गया वो, चलता है।' वही बात यदि नाना की करें तो वो बीते वर्ष रिलीज हुई फिल्म 'द वैक्सीन वॉर' में दिखाई दिए थे। वो जल्द ही एक वेब सीरीज 'लाल बत्ती' में दिखाई देंगे। इसके अतिरिक्त उन्होंने 'गदर' फेम डायरेक्टर अनिल शर्मा की फिल्म 'जर्नी' भी शूट की है।
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