नई दिल्ली: आज भारत ने मंगलवार को उस समय ऐतिहासिक क्षण का अनुभव किया, जब देश को नई संसद मिली और सांसदों ने पुराने परिसर से विदाई ली। इस बीच तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद डेरेक ओ'ब्रायन ने पूछा कि सेंट्रल हॉल में समारोह के दौरान भारत के राष्ट्रपति कहां थे और क्या उन्हें इसके लिए आमंत्रित किया गया था। उन्होंने यह भी पूछा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को क्यों नजरअंदाज किया गया। बता दें कि, सेंट्रल हॉल में समारोह का नेतृत्व पीएम नरेंद्र मोदी और उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने किया।
Where was the Hon. President of India at the ‘function’ in the Central Hall of #Parliament today ? Was she invited ? Why was she ignored ?
— Derek O'Brien | ডেরেক ও'ব্রায়েন (@derekobrienmp) September 19, 2023
TMC सांसद ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'आज संसद के सेंट्रल हॉल में 'समारोह' में भारत की माननीय राष्ट्रपति कहाँ थीं? क्या उन्हें आमंत्रित किया गया था? उन्हें नज़रअंदाज़ क्यों किया गया?' बता दें कि, पीएम मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे समेत अन्य लोगों ने सेंट्रल हॉल में सांसदों की सभा को संबोधित किया। पुराने भवन में अपने अंतिम संबोधन में पीएम मोदी ने तीन तलाक के खिलाफ विधेयक पारित करने, अनुच्छेद 370 को खत्म करने और अनुच्छेद 377 को अपराधमुक्त करने सहित महत्वपूर्ण क्षणों को याद किया।
नए भवन में स्थानांतरित होने से पहले सेंट्रल हॉल में सांसदों को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि, 'आज हम नए संसद भवन की ओर बढ़ते हुए नए भविष्य का श्रीगणेश करने जा रहे हैं।' उन्होंने कहा कि, ''1947 में यहीं पर अंग्रेजों ने सत्ता का हस्तांतरण किया था, हमारा सेंट्रल हॉल उस ऐतिहासिक क्षण का गवाह है। अब तक, लोकसभा और राज्यसभा ने 4,000 से अधिक कानून पारित किए हैं। जब आवश्यक हुआ, बिल पारित करने की रणनीति बनाने के लिए संयुक्त सत्र आयोजित किए गए। यह संसद ही थी जिसने हमें अपनी गलतियों को सुधारने दिया और हमने तीन तलाक के खिलाफ कानून पारित किया।"
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