नई दिल्ली: भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को कांग्रेस और उसके इतिहास पर तीखा हमला किया। उन्होंने आपातकाल (Emergency) का उल्लेख करते हुए कांग्रेस को आड़े हाटों लिया और भारतीय राजनीति में भगवान राम और कृष्ण के महत्त्व को बताया।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारतीय संविधान बनाने वालों को यह अच्छी तरह पता था कि भगवान राम और भगवान कृष्ण इस देश की विरासत हैं, जबकि बाबर और औरंगजेब जैसे लोग कभी इस देश की विरासत नहीं हो सकते। रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी पर भी हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें अपने शिक्षक बदलने की जरूरत है, क्योंकि उन्हें इतिहास और तथ्यों की सही जानकारी नहीं है। प्रसाद ने राहुल गांधी को नसीहत देते हुए कहा कि, उन्हें अंडमान और निकोबार की सेलुलर जेल का दौरा करना चाहिए, जहां स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर ने 11 साल की कठोर सजा काटी थी।
भाजपा सांसद ने आपातकाल के दौरान कांग्रेस के कदमों को लेकर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि उस समय समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव को जेल में डाल दिया गया था। यहां तक कि DMK सरकार को भी बर्खास्त कर दिया गया था। इसके अलावा रविशंकर प्रसाद ने इंडियन एक्सप्रेस और इसके संस्थापक रामनाथ गोयनका की तारीफ की, जिन्होंने इमरजेंसी के दौरान सेंसरशिप को स्वीकार नहीं किया और दृढ़ता से अपने मूल्यों पर टिके रहे। उन्होंने बताया कि उस समय कांग्रेस ने अखबारों की बिजली तक काट दी थी, मगर जो लोग सच्चाई के साथ खड़े रहे, उनकी भूमिका सराहनीय रही।
प्रसाद ने भारतीय संविधान के मूल संस्करण में शामिल चित्रों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि संविधान में भगवान राम की अयोध्या वापसी, भगवान कृष्ण, हनुमान जी, महावीर, गुरु गोविंद सिंह, छत्रपति शिवाजी, और अन्य महापुरुषों की तस्वीरें थीं। इनसे यह स्पष्ट होता है कि हमारे संविधान निर्माता भारत की वास्तविक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को समझते थे। उन्होंने आगे कहा कि यदि आज संविधान बनाया जाता, तो शायद कुछ लोग इसमें भगवान राम और कृष्ण की तस्वीरों का विरोध करते।
उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय संविधान में भगवान राम और कृष्ण की तस्वीरें इसलिए शामिल की गई थीं, क्योंकि वे भारतीय संस्कृति और परंपरा का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि, भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं और उनके आदर्श भारतीय समाज के नैतिक मूल्यों को दर्शाते हैं। भगवान कृष्ण, जो जीवन और धर्म के विभिन्न पहलुओं को समाहित करते हैं, हमारे सांस्कृतिक और धार्मिक इतिहास के अभिन्न अंग हैं। ये चित्र भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और धर्मनिरपेक्षता के प्रतीक हैं, जो सभी धर्मों का सम्मान करते हुए देश की आध्यात्मिक पहचान को दर्शाते हैं।
वहीं, हरियाणा से कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने भाजपा सांसद के बयान पर पलटवार किया। शैलजा ने कहा कि यह सच है कि आपातकाल के दौरान अन्याय हुआ। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि चुनाव के जरिए जनता ने कांग्रेस और इंदिरा गांधी को सत्ता से बाहर कर दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि, यह भारत के लोकतंत्र की खूबसूरती ही है, जो 1980 में वही इंदिरा गांधी फिर से प्रधानमंत्री बनीं।