मथुरा: प्रभु श्रीकृष्ण की नगरी में होली के इस मौके पर हर कोई रंगों से सराबोर है। ऐसे में भला आश्रय सदनों में रहने वाली विधवा एवं निराश्रित महिलाएं भक्ति तथा कृष्ण प्रेम के इन रंगों से कैसे दूर रह सकती हैं। वृंदावन के गोपीनाथ मंदिर में कल विधवाओं ने अपने प्रभु के समक्ष होली खेली एवं उनकी भक्ति के रंग में स्वयं को रंग लिया। कोरोना के प्रकोप की वजह से कुछ सालों के विराम के बाद उन्होंने इस बार फिर पूरी मस्ती के साथ होली मनाई। सुलभ होप फाउंडेशन के तत्वावधान में दोपहर को आरम्भ हुई फूलों एवं गुलाल से खेली गई इस होली के चलते विधवा माताओं का उत्साह उनकी खुशी का इजहार कर रहा था।
वही होली के गीतों की धुन पर नाचती माताओं को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था, मानो उन्होंने अपनी अतीत की जिंदगी के काले कल को पीछे छोड़ दिया है। होली में कई क्विंटल तमाम तरह के फूलों के साथ-साथ सैंकड़ों किलो रंग बिरंगे गुलाल का इस्तेमाल हुआ। वृंदावन के सप्त देवालयों में से एक राधा गोपीनाथ मंदिर प्रांगण इस पुष्पों एवं गुलाल की होली महोत्सव का गवाह बना।
वही राधा गोपीनाथ मंदिर के सेवायत राजा गोस्वामी ने बताया कि इस दिव्य समारोह का उनका मंदिर साक्षी बना है। सुलभ मूवमेंट के मेंटर बिंदेश्वर पाठक ने एक बयान में बताया, होली में विधवा माताओं की हिस्सेदारी रूढ़िवादी परंपरा से एक विराम का प्रतीक है जो एक विधवा को रंगीन साड़ी पहनने से इंकार कर रही थीं। यह खास उत्सव ब्रज में होली के उत्सव में एक नया रंग जोड़ रहा है जो भारतीय एवं विदेशी दोनों पर्यटकों के बीच मशहूर है। अमेरिका मौजूद सेलिब्रिटी मास्टर शेफ विकास खन्ना एवं उनके सहियोगियों ने भी होली कार्यक्रम का समर्थन किया।
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