हर दिन देश में कई ऐसे केस सामने आते है जिसे सुनने या देखने के बाद हर कोई हैरान हो जाए, इतना ही कभी किसी की मौत की खबर तो उसी व्यक्ति की मौत के बाद ज़िल्लत भरी जिंदगी झेल रहा उसका परिवार, आज के इस दौर में ऐसे ही कई केस जिनके बारें में कई बार तो एक्शन लिया जाता और कई बार इसे नज़र अंदाज़ कर दिया जाता है, वहीं आज हम आपके लिए एक ऐसा केस लेकर आए है जिसे सुनने के बाद आप भी हैरान हो जाएंगे.
छिबरामऊ के मोहल्ला बिरतिया में ससुराल में घर के अंदर न जाने देने से नाराज महिला घर के बाहर अपनी मासूम बेटी के साथ धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर हो गई. अपने पति की मृत्यु के उपरांत उसे उसके ससुराल वाले रखना नहीं चाहते। विधवा का बोलना है कि जब तक उसे न्याय नहीं मिल जाता, वह यहां से नहीं हटेगी।
जंहा इस बारें में बिरतिया निवासी मेघा सक्सेना ने कहा कि उसके पति हरिओम उर्फ सौरभ सक्सेना की बीमारी के चलते जान चली गई। जिसके उपरांत से उसके ससुरालवालों ने शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न कर उसे घर से निकाल दिया। वह मजबूरी में अपने मायके में रहने लगी थी। उसने कहा कि शुक्रवार को वह जब अपनी ससुराल पहुंची तो जेठ व जेठानी ने घर में नहीं घुसने दिया और मेन गेट से बाहर निकाल कर उसमे ताला लगा दिया। मजबूरन वह शुक्रवार से घर के बाहर मासूम बेटी के साथ बैठी है। उसने कहा कि न्याय मिलने तक वह यहीं बैठी रहेगी।
लाठी-डंडों से पीट-पीटकर की युवक की हत्या
बिहारः फेसबुक पर प्यार हुआ तो कर ली शादी, तीन महीने बाद आत्महत्या