हजारीबाग: झारखंड के हजारीबाग के पदमा ओपी इलाके के तिलिर गांव निवासी मोहन मेहता की बेटी कुंती का क़त्ल इसके पति राकेश मेहता द्वारा कर दिया गया है। पत्नी पति के प्रेम में रोड़ा बन रही थी। इस कारण उसका क़त्ल कर रास्ते से हटा दिया और फिर शव को जंगल में दफना कर लापता की शिकायत भी हजारीबाग के कोर्रा थाने में दर्ज करा दी। पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया है।
बता दे कि मृत पत्नी कुंती की शादी लगभग 5 वर्ष पूर्व सिंदूर निवासी राकेश मेहता के साथ हुई थी। मिल रही खबर के मुताबिक, राकेश का विवाह पूर्व से ही किसी महिला से प्रेम प्रसंग चल रहा था। विवाह के 2 साल पश्चात पूर्व प्रेमिका के साथ राकेश का प्रेम प्रसंग पुनः परवान चढ़ने लगा। परवान चढ़ते प्रेम की भनक लगते ही कुंती इसका विरोध करने लगी। प्रेम के मार्ग में पत्नी को रोड़ा बनते देख राकेश ने इसे अपनी जिंदगी से हटाने का भयानक फैसला ले लिया। इसने गत शनिवार को कुंती का क़त्ल कर दिया। बता दें कि कुंती दो बच्चों की मां भी है।
प्राप्त हुई खबर के मुताबिक, कुंती के माता-पिता ने जब फोन लगाया, तब राकेश ने उन्हें कुंती के भाग जाने की खबर दी। उसने बताया कि कुंती 30 हजार रुपये व आभूषण लेकर भागी है। शातिर हत्यारे राकेश ने इसी आशय का एक सनहा कोर्रा थाने में भी दर्ज कराया है। काफी खोजबीन करने के पश्चात् कुंती का अता-पता नही चलने पर मृतका के घरवालों ने कोर्रा थाने में बेटी के लापता होने व दामाद राकेश के चरित्र व करतूतों के बारे में विस्तृत खबर दी। पुलिस ने जब राकेश को गिरफ्त में लेकर पूछताछ आरम्भ की तो हत्या का रहस्य उजागर हुआ। उसने बताया कि कुंती का क़त्ल इसी ने गला दबा कर दिया है तथा लाश को कदवा जंगल में गाड़ दिया है। हत्यारे की निशानदेही पर पुलिस शव को घंटों कदवा जंगल में तलाशती रही। बहुत मशक्कत के बाद शव को बरामद किया जा सका। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं अपराधी पति पुलिस गिरफ्त में है।
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