
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के कगार पर, AIMIM पार्टी के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अपने दो उम्मीदवारों, ताहिर हुसैन और शिफा उर रहमान, को टिकट दिया है। ताहिर हुसैन, जो दिल्ली दंगों के आरोपी हैं, मुस्तफाबाद से और शिफा उर रहमान ओखला से चुनाव लड़ेंगे। चौंकाने वाली बात यह है कि इन दोनों को जेल में बंद होने के बावजूद कोर्ट ने कस्टडी पैरोल पर चुनाव प्रचार करने की अनुमति दे दी है।
इससे यह संकेत मिलता है कि अपराधी भी चुनाव में भाग ले सकते हैं, जब तक उन्हें जमानत नहीं मिलती। यदि ओवैसी जैसे नेता उन्हें समर्थन दे रहे हैं, तो उनकी जीत की संभावना मजबूत हो जाती है, खासकर मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में। वहीं, दिल्ली हाई कोर्ट ने आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक नरेश बाल्यान की कस्टडी पैरोल की याचिका रद्द कर दी, जबकि ताहिर हुसैन जैसे आरोपियों को राहत दे दी। नरेश बाल्यान पर मकोका के तहत मामला दर्ज है और उनकी पत्नी को उत्तम नगर से टिकट दिया गया है। उनके वकील ने कोर्ट से अनुरोध किया था कि उन्हें भी प्रचार करने के लिए कस्टडी पैरोल दी जाए, जैसा कि ताहिर हुसैन को दी गई है, लेकिन अदालत ने उनकी याचिका खारिज कर दी।
दिल्ली दंगों (2020) में ताहिर हुसैन की भूमिका पर अभी भी सवाल उठाए जा रहे हैं। हुसैन खुद कबूल कर चुका है कि उसने दंगों की साजिश रची थी, जिसमें उसने हिंदुओं को सबक सिखाने का इरादा जताया था। फिर भी, 5 वर्षों में हमारी न्याय व्यवस्था में उसे अब तक सजा नहीं मिली है। उल्टे, उसे जमानत दी गई और अब चुनाव प्रचार की छूट भी दे दी गई है। अगर वह जीत जाते हैं, तो वह दिल्ली विधानसभा में एक अपराधी होते हुए संविधान और लोकतंत्र की बातें करते नजर आ सकते हैं।
ओवैसी की पार्टी का रणनीतिक फायदा यह है कि वह मुस्लिम बहुल इलाकों से उम्मीदवार उतारते हैं, जहां मुस्लिम वोटों का एकतरफा दबदबा होता है। ऐसे में ताहिर हुसैन की जीत की संभावना बढ़ जाती है। अगर वह विधायक बनते हैं, तो उनके केस भी न्यायालय में चलते रहेंगे, और जमानत मिलने की संभावना बनी रहेगी। यह सवाल उठाता है कि क्या हमारी न्याय व्यवस्था को राजनीति और चुनावों के दबाव से मुक्त कर सच्चाई की ओर बढ़ने की जरूरत है।