जब से कर्नाटक में भाजपा के मुंह से सत्ता का निवाला छूटा है , तब से समूचा विपक्ष खुश है .इस घटना ने विपक्ष को फिर एकजुट होने की उम्मीदों को परवान चढ़ा दिया है.अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि कुमार स्वामी विपक्ष की बिखरी माला को जोड़ देंगे.
बता दें कि कुमार स्वामी सबसे पहले बसपा नेत्री मायावती से मिलने उनके घर गए थे.हालाँकि इस दौरान उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी.कुमार स्वामी विपक्ष की राजनीति में वो कड़ी बनने जा रहे हैं, जो विपक्ष की बिखरी माला को जोड़ने का काम करेगी. कुमार स्वामी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिले थे. स्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में कई विपक्षी दिग्गज शामिल होंगे. 22 सालों से एक दूसरे के धुर विरोधी रहे सपा और बसपा नेता पहली बार मंच साझा करते नजर आएंगे.
उल्लेखनीय है कि जेडीएस नेता एचडी कुमार स्वामी ने अपने शपथ ग्रहण कार्यक्रम में भाजपा विरोधियों में सीएम में ममता बनर्जी, नवीन पटनायक, कैप्टन अमरिंदर सिंह, चंद्रबाबू नायडू, के.चंद्रशेखर राव केरल के सीएम पिनरई विजयन के अलावा राजद नेता तेजस्वी यादव, डीएमके के स्टालिन, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, एनसीपी नेता शरद पवार और सीपीएम नेता सीताराम येचुरी भी शामिल होंगे. विपक्षियों का यह जमावड़ा आगे क्या गुल खिलाता है , यह देखना दिलचस्प होगा.
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