वाशिंगटन: पूरे विश्व में कोविड संक्रमण के नए वेरिएंट को लेकर चिंता की स्थिति पैदा हो चुकी है. यह भी बहस चल रही है कि क्या पहले से मौजूद वैक्सीन ही कोविड के इस वेरिएंट के विरुद्ध भी काम करेगी या फिर इसके लिए नई वैक्सीन बनाने की आवश्यकता है. फार्मा कंपनी मॉडर्ना इंक ने बोला है कि कोविड संक्रमण के ओमिक्रोन स्ट्रेन से लड़ने के लिए एक नया टीका आवश्यक होने पर 2022 की शुरुआत तक तैयार किया जा सकता है.
जहां इस बात का पता चला है कि ऐसे में जब कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रोन को पुराने डेल्टा वेरिएंट से भी अधिक खतरनाक कहा जा रहा है और इस बात पर चिंता व्यक्त की जा रही है कि संभावित तौर पर कोविड की मौजूदा वैक्सीन जिसके विरुद्ध असर न करें, तब मॉडर्ना इंक का यह बयान दुनिया की चिंताओं को थोड़ा विराम देने वाला है कि वह आवश्यकता पड़ने पर 2022 की शुरुआत में इसके लिए भी वैक्सीन बनाने पर भी काम कर सकते है.
WHO का क्या कहना है?: वहीं इस बारें में WHO ने बोला है कि प्रारंभिक साक्ष्य बताते हैं कि ओमिक्रोन वेरिएंट से उन लोगों को फिर से कोविड होने का संकट अधिक है, जो पहले संक्रमित हो आगे हैं. ऐसे लोगों को यह आसानी से अपने संक्रमण की चपेट में ले सकता है. WHO ने बोला है कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि डेल्टा और अन्य कोरोना वेरिएंट्स के मुकाबले 'ओमिक्रोन' अधिक संचरणीय यानी ट्रांसमिसिबल (एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में ज्यादा आसानी से फैलने वाला) है या नहीं. WHO ने कहा, 'WHO कोरोना की वैक्सीन पर इस वेरिएंट के संभावित प्रभाव को समझने के लिए तकनीकी भागीदारों के साथ कार्य कर रहा है.' उसने बोला है कि 'अभी यह स्पष्ट नहीं है कि 'ओमिक्रोन' अधिक गंभीर बीमारी का कारण बनता है या नहीं.'
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