नई दिल्ली. सीबीआई ने विनसम डायमंड ग्रुप सहित अन्य पर 1530 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के आरोप में 6 केस दर्ज किए गए है. इस मामले में सेन्ट्रल बैंक, आईडीबीआई बैंक और विजया बैंक के अधिकारियो की भूमिका का भी संदेह है. इसके तहत आगे की जाँच चल रही है.
विनसम ग्रुप के प्रमोटर जतिन मेहता ने अपने पासपोर्ट को आत्मसमर्पण कर दिया है, इस मामले में सीबीआई और ईडी द्वारा जारी पत्रों का जवाब कंपनी ने नहीं दिया था. किंगफिशर या अन्य बकाएदारों के उलट विनसम ग्रुप में इतनी संपत्ति नहीं हो सकती है, जिससे कि बैंक ऋण की समस्या को सुलझा सके.
बता दे कि विनसम डायमंड्स और ज्वेलरी कंपनी और ग्रुप को 15 बैंकों के 6,800 करोड़ रुपये का भुगतान करना है. अब तक सीबीआई और ईडी जैसी एजेंसियां दो साल से जाँच कर रही थी जिसमे अब ये नया मोड़ आया है.
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