नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र से पहले दोनों सदन में कामकाज की सुगमता के लिए सहमति बनाने के हिसाब से सरकार ने सोमवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. संसदीय कार्य मंत्रालय द्वारा परंपरागत रूप से संसद सत्र के प्रारम्भ की पूर्व संध्या पर होने वाली बैठक में सामान्य तौर पर पीएम सरकार का अजेंडे के बारे में बताते हैं और सरकारी कामकाज के लिए विपक्ष से समर्थन की मांग करते हैं.
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यह लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार का अंतिम संपूर्ण सत्र होगा. पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे संसद की कार्यवाही पर प्रभाव डाल सकते हैं, जहां भाजपा और कांग्रेस की इज्जत दांव पर लगी है. मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव के नतीजे 11 दिसंबर को आने वाले हैं और इसी दिन संसद सत्र शुरू होगा.
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इस शीतकालीन सत्र में सरकार राज्यसभा में लंबित पड़े ‘तीन तलाक’ विधेयक पारित करने पर जोर देगी. हालाँकि सरकार ने तीन तलाक को रोकने के लिए अध्यादेश लागू कर दिया है. आपको बता दें कि सामान्य रूप से शीतकालीन सत्र नवंबर में शुरू हो जाता है. हालांकि लगातार दूसरी साल इस बार इसकी शुरूआत दिसंबर में होगी. पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने के कारण इस साल सत्र देरी से शुरू हो रहा है.
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