नई दिल्ली : लम्बे इंतजार और विपक्ष की आलोचना के बाद आखिर संसद के शीतकालीन सत्र की घोषणा कर दी गई. संसद का शीतकालीन सत्र गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद 15 दिसंबर से 5 जनवरी तक होगा. बुधवार को हुई कैबिनेट की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया.
गौरतलब है कि प्रायः नवंबर के दूसरे हफ्ते में शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर हो रहे विलम्ब पर सरकार और विपक्ष के बीच आरोप -प्रत्यारोप चल रहे थे. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शीत सत्र की तारीख की घोषणा कर गुजरात चुनाव के साथ अन्य कारण से होने वाले विलम्ब के बारे में बताया. विपक्ष के संसद में चर्चा से भागने संबंधी आरोपों को उन्होंने खारिज कर दिया.
बता दें कि इसके पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा था कि सरकार संसद में विपक्ष का सामना करने से बचना चाह रही है. वहीँ लोकसभा में पार्टी के संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे पीएम मोदी की तुलना ब्रह्मा से करते हुए कहा था कि मोदी ब्रह्मा हैं, वही रचयिता है. सिर्फ वही बता सकते हैं कि शीत सत्र कब से शुरू होगा.
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