आजकल आने वाले अपराध के किस्से ऐसे होते हैं जिनपर यकीन कर पाना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में जो मामला हाल ही में सामने आया है वह भी कुछ ऐसा ही है. इस मामले में जयमाला की रात से शादी के दो महीने बाद तक पति अपनी पत्नी को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करता रहा और अब पत्नी ने पति के खिलाफ न्याय की मांग की है. इस मामले में यह आरोप है कि जब बेटी पैदा होने के बाद वह अपने ससुराल गई तो पति ने उसे साथ रखने से ही मना कर दिया और पति के एकतरफा तलाक के आवेदन से परेशान, पत्नी ने रखरखाव के साथ घरेलू हिंसा मामले में परिवार न्यायालय से कार्रवाई की मांग की है.
इस मामले को गोविंदपुरम की रहने वाली महिला का बताया जा रहा है. जी दरअसलउसकी शादी 8 मार्च, 2018 को बुलंदशहर के सिकंदराबाद निवासी युवक से हुई थी. महिला ने आरोप लगाया कि ''दो महीने बाद, कारोबारी पति ने उसे घर छोड़ने का बहाना बनाया. पति उसे मोटा कहकर परेशान करता था और ननद ने व्हाट्सएप पर संदेश भेजा और मोटा कहकर कई अपशब्द कहे.'' वहीं इस मामले में अब आरोप है कि ''जनवरी 2019 में बेटी का जन्म होने के बावजूद पति नहीं आए. पति ने पत्नी के खाते में दस लाख रुपये का चेक जमा किया और यह चेक बाउंस हो गया और इस बीच, पति ने 30 मई को बुलंदशहर की अदालत में शिकायत की कि पीड़िता को एक लाख रुपये में समझौता करते हुए शादी को रद्द कर दिया गया.
इस मामले में अदालत के नोटिस के बाद, पत्नी जून में पांच महीने के लिए अपनी बेटी के साथ ससुराल चली गई और अब आरोप है कि ससुराल वालों ने उसे घर में रखने से साफ मना कर दिया और इसके बाद वह कोर्ट गई और अधिकारियों से पूछा कि ''अगर मैं मोटी हूं तो मेरे पति से पूछिये की खाना पीना छोड़ दू? तब तो वह अपने साथ रख लेंगे ना?'' इस मामले में अधिकारियों ने महिला को न्याय का भरोसा दिलाया है.
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