5 जुलाई को सोहना थाने के सामने अपराधियों की गोली से घायल हुए अलीपुर की महिला सरपंच के पति मनोज डागर ने गुरुग्राम के मेदांता चिकित्सालय में 28 दिनों बाद दम तोड़ दिया. मनोज डागर को 15 जुलाई को सोहना थाने के सामने अपराधियों ने गोली मार दी थी. तभी से मनोज डागर गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उपचाराधीन थे. किन्तु चिकित्सक की टीम टीम उसे रिकवर नहीं कर पाई और मनोज डागर की मृत्यु हो गई.
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हालांकि इस मामले में सोहना क्राइम ब्रांच में मशहूर गैंगस्टर अशोक राठी के भाई महेश उर्फ निशु को हिरासत में लेकर जेल भेज चुकी है. वहीं अन्य आरोपियों की खोज की जा रही है. मामला जमीनी लेनदेन का बताया जा रहा है.बता दें कि अलीपुर की महिला सरपंच के पति मनोज डागर 15 जुलाई को अपनी बेटी को दवाई दिलवाने के लिए सोहना आया था. कृष्णा अस्पताल में अपनी बेटी को दवाई दिलवाने के बाद अस्पताल से बाहर आया उस वक्त अज्ञात बदमाशों ने उस पर गोली चला दी. इस हमले में मनोज डागर गंभीर रूप से घायल कर हो गया. घायल अवस्था में मनोज डागर को एक प्राइवेट चिकित्सालय में एडमिट करा दिया. बीती रात्रि मनोज डागर ने दम तोड़ दिया.
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अपराध शाखा ने चार्ज 4 अगस्त अगस्त को इस केस में सोहना के इंडरी मोड़ से अलीपुर निवासी महेश उर्फ नीसु को हिरासत में लिया है. जिससे पूछताछ में पता चला कि मनोज डागर पर गोली निसु ने अपने गुर्गों से चलवाई थी. जिनकी अपराध शाखा खोज कर रही है. पुलिस ने इस मामले में पहले धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया गया था व एक को हिरासत में लिया गया है. किन्तु अब मनोज डागर की मृत्यु के पश्चात धारा 302 को भी इसमें सम्मिलित कर दिया गया है.
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