महिलाएं अक्सर कई तरह के ब्यूटी ट्रीटमेंट करवाती हैं और इसके लिए ब्यूटी पार्लर और सैलून जाकर अपना मेकओवर कराती हैं और स्किन से लेकर हेयर तक, अलग-अलग तरह के ट्रीटमेंट कराती हैं। अब हाल ही में जो घटना सामने आई है वह चौकाने वाला है। इस मामले में एक महिला ने अपने आपको अट्रैक्टिव दिखाने के लिए एक आइब्रो ट्रीटमेंट कराया। जी हाँ और उस ट्रीटमेंट के बाद उस महिला को एलर्जी हो गई और उसके चेहरे पर सूजन भी आ गई। उसके बाद उसे सही होने में करीब आठ से 10 हफ्ते का समय लग गया। आपको बता दें कि 31 साल की मिशेल क्लार्क ने अपने आपको अच्छा लुक देने के लिए आइब्रो पर कलर कराने का फैसला किया था।
इस दौरान पार्लर में उनके साथ ऐसा हादसा हुआ कि उन्हें लगा कि अब वह जिंदा नहीं बचेंगी। जब वे आइब्रो वैक्सिंग और कलर कराने के बाद घर आईं तो उन्होंने आइब्रो में भयानक एलर्जी महसूस की। उसके बाद उन्हें अहसास हुआ कि कुछ तो गड़बड़ है। वहीं अगले दिन जब वह सुबह उठीं तो उनका चेहरा सूज चुका था और अपने चेहरे को देखकर वे सदमे में चली गई थीं। उनके मुताबिक तब ऐसा महसूस हुआ कि वे मौत के करीब हैं। जी दरअसल मिशेल को एलर्जी भौंहे कलर कराने के कारण हुई थी। वहीं जब आइब्रो वैक्सिंग में मोम का यूज किया गया तो उनकी स्थिति और बिगड़ गई और इसका कारण था कि कलर करने के लिए जिस डाई का उपयोग करते हैं उसमें कई सारे केमिकल होते हैं। वहीं मोम से जब वैक्सिंग की गई और उसके बाद उस पर कलर किया गया तो वे केमिकल स्किन में प्रवेश कर गए। महिला का कहना है वह खुशकिस्मत रही कि तुरंत डॉक्टर के पास गई और इलाज मिल गया। ये वाकया 2020 का है। इसी के साथ मिशेल ने इंटरव्यू के दौरान कहा, "आइब्रो वैक्सिंग और कलर कराने के बाद मेरी भौहें लाल हो गई थीं और कुछ ही समय में उन पर पपड़ी जम गई थी। उनमें पस आने लगा था और मवाद भी भर गया था। वैक्सिंग और कलर ने आइब्रो की स्किन को पूरी तरह जला दिया था जिससे स्किन के नीचे का मांस दिखने लगा था। मेरा चेहरा पूरी तरह सूज गया था।"
इसके अलावा मिशेल ने आगे बताया, "आइब्रो वैक्सिंग और कलर के बाद सैलून में ही मेरी भौंह में जलन होने लगी थी लेकिन ब्यूटीशियन ने क्रीम लगा दी थी और घर जाने के लिए कहा था। घर आकर मुझे ऐसा लगने लगा था कि मेरी भौंह और सिर अंदर ही अंदर जल रहे हैं। मुझे काफी खुजली भी हो रही थी और नींद भी नहीं आ रही थी। मेरे चेहरे से पस गिरने लगा था। मुझे अपनी भौंह के पास पैड लगाकर सोना पड़ा था। जब मैं अगले दिन डॉक्टर के पास गई तो उन्होंने मेरा इलाज किया। करीब 3-4 हफ्ते तक मुझे अपनी भौंह पर सूती कपड़ा रखना पड़ा और लगभग 8-10 हफ्ते बाद मैं सामान्य स्थिति में आ पाई। यह मेरे लिए काफी भयानक था।" इसी के साथ मिशेल ने सलाह दी कि हमेशा प्रोफेशनल आइब्रो प्रैक्टिशनर से ही कोई ट्रीटमेंट या मेकओवर लें। नहीं तो उनके जैसा जोखिम उठाना पड़ सकता है।
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