महिलाओं में अक्सर हड्डियों से जुडी समस्याए देखने को मिलती है इसकी एक मुख्या वजह है बहुत कम नींद लेना या नींद की कमी जो की ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे से जुड़ा है। यानी महिलाओं की उनकी हड्डियों का घनत्व (बीएमडी) कम होने लगता है। इससे हड्डी कमजोर होने व उसके टूटने का खतरा बढ़ जाता है। जोड़ो में लगातार दर्द बना रहता है। इसके अलावा खून में एस्ट्रोजन की कमी होने लगती है। ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी का खतरा महिलाओं में पुरुषों की तुलना में ज्यादा होता है।
एक शोध के मुताबिक गहरी नींद आपको हर तरह के तनाव से छुटकारा दिलाने में बहुत कारगर है। रिसर्च के अनुसार अगर आप रात में ठीक ढंग से नहीं सो पाते हैं, तो आपके तनाव की समस्या 30% तक बढ़ सकती है। आप जितना ज्यादा गहरी नींद सोएंगे, उतना ही आपका मस्तिष्क स्वस्थ रहेगा। देर रात तक जागने और जरूरत से कम नींद लेने के कारण लोगों में मानसिक बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। न्यू हेल्थ एडवाइजर में छपी रिपोर्ट के अनुसार 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को रोजाना रात में अपनी कुल नींद का लगभग 20% हिस्सा गहरी नींद लेना चाहिए। वयस्कों के लिए कम से 2 घंटे की गहरी नींद बेहद जरूरी है। दरअसल हमारा शरीर एक प्रकार की मशीन है, जिसके लिए लगातार काम करना संभव नहीं है। नींद के द्वारा शरीर की मांसपेशियां रिचार्ज होती हैं।
शोध के मुताबिक नींद की कमी हड्डी के स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है, जो कि खराब नींद के नकारात्मक स्वास्थ्य प्रभावों की सूची में शामिल है। इस अध्ययन में 11,084 पोस्टमेनोपॉजल महिलाओं को शामिल किया गया, जिसमें जिन महिलाओं ने प्रति रात 5 घंटे या उससे कम सोने की सूचना दी थी, उनकी तुलना उन महिलाओं से की गई जिन्होंने प्रति रात 7 से घंटे 8 घंटे की नींद ली थी।
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