नई दिल्ली : भारतीय कामकाजी महिलाओं से भेदभाव किया जाता है.उन्हें न केवल वेतन कम दिया जाता है , बल्कि उन्हें पदोन्नति में भी कम अवसर मिलते है. यह खुलासा मॉन्सटर सैलरी इंडेक्स की रिपोर्ट में हुआ है जो सोमवार को जारी की गई.
रिपोर्ट के अनुसार निर्माण इकाई और आईटी क्षेत्रों में वेतन का अंतर ज्यादा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि महिलाएं एक घंटे में 259.8 रुपए कमाती हैं, जबकि पुरुष 345.80 रुपए कमाते हैं. सर्वे के अनुसार जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार 68.5 फीसदी महिलाओं को लगता है कि उनके काम को हल्के में लिया जाता है.जबकि 62.4 फीसदी महिलाओं को लगता है कि तमाम दावों के बावजूद उनके पुरुष सहकर्मियों को को पदोन्नति के मौके ज्यादा मिलते हैं.
उल्लेखनीय है कि मॉन्सटर ने सर्वे के लिए देश की 2000 कामकाजी महिलाओं से बातचीत की और उनसे जुड़े आंकड़े जुटाए. 68.5 फीसदी महिलाओं ने माना कि पूरी कोशिशों और दावों के बावजूद हालात में बहुत ज्यादा फर्क नहीं आया है. यानी पुरुषों को अब भी ज्यादा महत्त्व दिया जाता है.पुरुष और महिलाओं वेतन में अंतर कम हुआ है. 2015 में यह 27.2 फीसदी था,जबकि 2016 में यह कम होकर 25 फीसदी हो गया.
सर्वे के अनुसार प्रसूति और बच्चों की सुरक्षा जैसे मामलों में महिलाओं को नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है.13.1 प्रतिशत महिलाओं ने माना कि कामकाजी महिलाओं के लिए बच्चों की सुरक्षा एक बहुत बड़ी चुनौती है.
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