जींद: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे कृषकों ने देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रस्तावित अपनी 'ट्रैक्टर परेड' से एक दिन पहले शनिवार को हरियाणा में जींद के उचाना कलां में परेड का रिहर्सल किया। इस ट्रैक्टर परेड की अगुवाई महिला किसान करेंगी। इस दौरान एक किसान ने बताया कि शुक्रवार को परेड में लगभग 5000 वाहन और 20,000 किसान शामिल होंगे।
दिल्ली और आसपास की सरहदों पर लगभग 8 महीनों से प्रदर्शन कर रहे किसानों ने स्वतंत्रता दिवस को लेकर अपने आंदोलन की रूपरेखा की घोषणा कर दी है। किसानों ने स्वतंत्रता दिवस को 'किसान-मजदूर आजादी संग्राम दिवस' के तौर पर मनाने का फैसला किया है। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान के बाद पूरे देश के किसान प्रखंड और तहसील स्तर पर इस दिन 'तिरंगा रैलियां' निकालेंगे। हालांकि किसानों ने जोर देते हुए कहा कि वे राष्ट्रीय राजधानी में नहीं घुसेंगे।
केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस को 'किसान-मजदूर आजादी संग्राम दिवस' के तौर पर मनाने का फैसला किया है। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान के बाद पूरे देश के किसान प्रखंड और तहसील स्तर पर इस दिन 'तिरंगा रैलियां' निकालेंगे। हालांकि कृषकों ने जोर देते हुए कहा कि वे दिल्ली में नहीं घुसेंगे।
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