कई महिलाऔ को गर्भाशय की रसौली या बच्चेदानी के गांठ की समस्या हो जाती है इस बीमारी के चलते महिलाओं को कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स परेशान कर सकती हैं जिसमें से सबसे बड़ी समस्या इनफर्टिलिटी है। कई बार महिलाओं के यूटरस की दीवार पर गांठ बन जाती है। ये गांठ यूटरस के ही कुछ सेल्स और टिशूज से मिलकर बनी होती हैं। आइए सबसे पहले यह जान लेते हैं कि फाइब्रॉइड क्या होता है
जब यूटरस की मसल्स का असामान्य रूप से एक्स्ट्रा ग्रोथ होने लगती है तो उसे फाइब्रॉयड कहा जाता है। यह एक प्रकार का ट्यूमर है जो कैंसर के लिए जिम्मेदार नहीं है। जब ये गांठ बननी शुरू होती है तो इसका आकार गेहूं के दाने के बराबर या उससे भी छोटा होता है। लेकिन यह बढ़ते-बढ़ते अंगूर के दाने के बराबर या फिर छोटी गेंद के बराबर भी हो सकता है। महिलाओं को शुरुआत में तो कोई परेशानी नहीं होती है लेकिन जब ये गांठ का आकार बढ़ने पर महिलाओं को परेशानी हो सकती है।
ध्यान देने वाली बात ये है की अगर आपको पीरियड्स के दौरान बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होती है और आपके पीरियड्स 1 हफ्ते से अधिक समय तक रहते है तो इस संकेत तो महिलाओं को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह फाइब्रॉइड का संकेत हो सकता है। इससे महिलाओं को मां बनने में परेशानी के साथ-साथ कई हेल्थ प्रॉब्लम्स जैसे मोटापा, शरीर में दर्द आदि का कारण बन सकता है। अगर किसी महिला को पेट में हमेशा खासतौर पर पेट के निचले हिस्सों में दर्द बना रहता है तथा पेट बढ़ने लगता है तो यह संकेत फाइब्रॉइड का हो सकता है। यह संकेत महिलाओं के लिए खतरनाक माना जाता है। किसी महिला का शरीर ऐसा संकेत देता है तो उसे तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए ताकि इस समस्या से बचा जा सके।
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