नई दिल्ली: देश की राष्ट्रिय राजधानी में गैंगरेप की वारदाते थमने का नाम नही ले रही है. जिस तरह से यहां लड़कियों और महिलाओ को हवस का शिकार बनाया जा रहा है उसे देखकर लगने लगा है मानों दिल्ली देश की नही बल्कि अपराध की राजधानी बन गई है. यहां हर रात में सड़को पर हवस तांडव करती है. जहां राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से लेकर कई दिग्गज राजनीतिक पंडितो का गढ़ हो वहां महिलाओ के प्रति अपराध की घटनाओ का बढ़ना सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा करता है.
जब दिल्ली में निर्भया गैंगरेप मामले की चिंगारी भड़की थी और जिस तरह से लोगो ने अपराध के प्रति अपनी आवाज बुलंद की थी उसे देखकर लगा कि अब दिल्ली में शायद कोई दूसरी निर्भया शिकार नही बनेगी लेकिन इसके बाद इस तरह की घिनौनी वारदात और बढ़ने लगी. हाल ही में दिल्ली में होली से ठीक एक दिन पहले रविवार की रात ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमे एक महिला को पांच वहशी दरिंदो ने हवस का शिकार बनाया.
यह घटना पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर में हुई. बताया जा रहा है कि महिला ने आरोपियों से बचने के लिए फ्लैट की पहली मंजिल से छलांग लगा दी. घायल महिला को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. जानकारी के अनुसार पीड़ित महिला ने बताया कि फ्लैट में वह दोस्त के साथ आई थी, जो आरोपियों में शामिल था, आरोपी ने अपने चार अन्य दोस्तों के साथ उसके साथ दुष्कर्म किया.
वही उसने विरोध किया और पहली मंजिल की बालकनी से कूद कर भागने की कोशिश की. पुलिस आयुक्त रवींद्र यादव ने बताया कि कुछ स्थानीय लोगों ने पांडवनगर पुलिस स्टेशन में फोन किया था कि एक इमारत की पहली मंजिल से कूद कर एक महिला घायल हो गई है. पीड़ित को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया गया. वही उन्होंने बताया कि दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
दिल्ली में बलात्कार का यह कोई पहला मामला नही है. यहां हर दिन किसी न किसी लड़की, कोई न कोई महिला को हवस का शिकार बनाया जा रहा है. सरकार महिला सुरक्षा के दावे करती है लेकिन जब इस तरह के घिनौनी घटनाए सामने आती है तो इन दावो की पोल खुलती हुई नज़र आती है.
पांच लोगों ने किया महिला से सामूहिक दुष्कर्म
बचपन में कहा था हिजड़ा, इसलिए बलात्कार करने के बाद दी उसे भयानक मौत