सोमवार को डीएमके पार्टी ने हाल के अपराध मामले में एक और कदम उठाया। द्रमुक लोकसभा के उप-सदन के नेता और पार्टी महिला विंग सचिव कनिमोझी ने एक शीर्ष पुलिस अधिकारी के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न के मामले को सीबीआई में स्थानांतरित करने का आग्रह किया। ऐसा करते हुए कनिमोझी ने ट्वीट किया, कथित यौन उत्पीड़न मामले को सीबीआई में स्थानांतरित करना होगा क्योंकि हम इस मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच चाहते हैं। इसमें शामिल अधिकारियों को तत्काल निलंबित कर उन्हें गिरफ्तार करने की जरूरत है।
सूत्रों का कहना है कि महिला आईपीएस अधिकारी को धमकियां मिल रही हैं। यह शर्मनाक है। यहां ध्यान देने वाली बात है कि वह यहीं नहीं रुके और ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक वुमन एसोसिएशन (एआईडब्ल्यूए) ने इस मामले में निष्पक्ष जांच को लेकर संदेह जताया। कोयंबटूर में मीडिया से बात करते हुए एआईडब्ल्यूए के राज्य महासचिव पी सुगांथी ने दावा किया कि सरकार ने दबाव बढ़ने के बाद ही कार्रवाई की।
हालांकि, विशाखा समिति में मुद्दों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए महिला अधिकार संगठनों सहित गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों को पैनल में शामिल किया जाना चाहिए।
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