नई दिल्लीः विश्व चैंपियन एमसी मैरीकॉम अपने शानदार अनुभव की बदौलत विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में मेडल हासिल करने उतरेंगी। छह बार की विश्व चैंपियन मैरीकॉम का करियर शानदार रहा है मगर वह 51 किग्रा वर्ग में विश्व खिताब नहीं जीत पाई हैं और रूस के शहर में वह इस खिताब को भी अपनी झोली में डालना चाहेंगी. भारत की इस दिग्गज मुक्केबाज ने 51 किग्रा वर्ग में कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल और एशियाई खेलों का गोल्ड मेडल अपने नाम किया था।
पूर्व चैंपियन एल सरिता देवी (60 किग्रा) पर भी सभी की नजरें होंगी. उन्होंने ट्रायल में शानदार प्रदर्शन करते हुए पिछली बार की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट और अपने से कहीं अधिक युवा सिमरनजीत कौर को हराया था। इंडिया ओपन की गोल्ड मेडलिस्ट नीरज (57 किग्रा) और जमुना बोरो (54 किग्रा) उन पांच मुक्केबाजों में शामिल हैं जो इस प्रतियोगिता से पदार्पण करेंगी और उलटफेर करने में सक्षम हैं. इसके अलावा 75 किग्रा वर्ग में पूर्व एशियाई चैंपियन स्वीटी बूरा पर नजरें रहेंगी. उन्होंने 2014 में इस प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीता था. मैरीकॉम के पसंदीदा भार वर्ग 48 किग्रा में इस बार मंजू रानी चुनौती पेश करेंगी।
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