कोरोना काल में महाराष्ट्र रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस (RTO) ने वाहनों के रजिस्ट्रेशन और ड्राइविंग लाइसेंस बनाने को लेकर काम शुरू कर दिया है. ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के ऑफिस से 16 जून 2020 को एक सर्कुलर जारी दिया गया है जिसमें राज्य के 50 ऑफिसेज में ड्राइविंग लाइसेंस, सेकंडरी लाइसेसिंग, व्हीकल रजिस्ट्रेशन और ट्रांसफर के सर्विसेज को फिर से शुरू करने को कहा गया है और इसमें ड्राइविंग लाइसेंस भी शामिल है. इन डिवीजन्स में अस्थायी रूप से राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के चलते बंद कर दिया गया था और अब इसमें फिर से तीन महीने बाद काम शुरू हो रहा है. कंपनी इन ऑफिसेज में सोशल डिस्टेंसिंग प्रोटोकॉल्स को अपना रही है ताकि कोरोनावायर के संक्रमण को रोका जा सके.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि नए प्रोटोकॉल के तहत लोग RTO ऑफिस पहले से ही अप्वाइंटमेंट लेकर आएगे. जिसके लिए उन्हें RTO की वेबसाइट पर जाना होगा. प्रत्येक दिन कुल लोगों की ही एंट्री होगी. सर्कुलर में आगे कहा गया है कि कार्यालय में उपलब्ध अधिकारियों और कर्मचारियों की संख्या के अनुसार प्रत्येक कार्य के लिए कोटा निर्धारित किया जाना चाहिए. जो लोग RTO सेंटर लर्नर लाइसेंस के लिए आ रहे हैं उनके लिए 6 फीट का डिस्टेंस और कंफ्यूटर और कीबोर्ड को हर बार इस्तेमाल करने के बाद सेनिटाइज करना अनिवार्य है.
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सभी आवेदक फेस मास्क और हैंड ग्लॉव्स पहन कर आएंगे और साथ ही इन ऑफिसेज में सैनिटाइजर्स भी उपलब्ध कराना जरूरी है. पर्मानेंट लाइसेंस एप्लिकेशन्स के लिए कैंडिडेट वाहन के अंदर तभी जाएगा जब वह सैनिटाइज किया जाएगा. वरीयता उन उम्मीदवारों को दी जाएगी जिन्होंने लॉकडाउन से पहले लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदन किया था. इसके अलावा फिटनेस रिनुएवल सर्टिफिकेट को सैनिटाइज्ड के बाद ही किया जाएगा.
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