रुद्रप्रयाग: केदारनाथ मंदिर परिसर के जीर्णोद्धार का कम शुरू किया जा चूका है और वहां एएसआइ (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) की निगरानी में पहाड़ी पत्थर (पठाली) बिछाने का काम चल रहा है. एएसआइ (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) द्वारा ही मंदिर के ठीक सामने 250 मीटर लंबे रास्ते पर भी शीघ्र पत्थर बिछाने का कार्य शुरू किया जाना है. केदारपुरी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों के अंतर्गत अब तक मंदिर से लगभग दस मीटर आगे तक पठाली बिछाई जा चुकी हैं. 2500 पठालियों की नक्काशी हो चुकी है बाकी 15 हजार पठालियों पर काम चल रहा है. डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि छह मशीनें पठालियों को काटने का काम कर रही हैं और कार्य समय से पूरा करने के लिए मशीनों की संख्या बढ़ाई जा रही है. मंदिर परिसर के चारों ओर एएसआइ और परिसर में लोनिवि पठाली बिछाएगा.
डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि स्थानीय कारीगरों को भी पठालियों की नक्काशी का काम सौंपा गया है. साथ ही राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा व मध्यप्रदेश से भी कारीगर बुलाए गए हैं. जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने केदारनाथ से गौरीकुंड तक पैदल मार्ग का निरीक्षण किया और कार्य की धीमी गति पर नाराजगी जताते हुए लोनिवि को इसमें तेजी लाने के निर्देश दिए. कहा कि यदि निर्माण कार्यों मे ढिलाई बरती गई तो जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा.
उन्होंने यह भी कहा कि यदि पैदल मार्ग पर जेई मौके पर नहीं मिले तो उनके विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की जाएगी. डीएम ठेकेदार की कार्यशैली पर भी नाराज दिखे और आगाह किया कि तीन दिन के भीतर कार्य पूरा न होने पर दूसरे ठेकेदार को काम सौंप दिया जाएगाडीएम ने रुद्रा प्वाइंट से भैरव गदेरे तक मजदूरों की संख्या बढ़ाने की भी हिदायत दी.
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