नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार यानी16 सितंबर को डॉक्टरों से नए भारत के लिए स्वास्थ्य प्रणाली को समग्र रूप से बदलने के लिए प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण की दिशा में काम करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि डॉक्टर स्वास्थ्य सेवा के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं और केंद्र सरकार के अस्पतालों की नींव रखते हैं।
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने नए ऑक्सीजन पीएसए प्लांट, आपातकालीन कोविड अस्पताल, बाल दुर्व्यवहार देखभाल और अन्य रोगी केंद्रित सुविधाओं जैसी कई स्वास्थ्य सुविधाओं का उद्घाटन किया। तीसरी कोविड लहर के संभावित प्रकोप से पहले 1 मीट्रिक टन क्षमता का तीसरा PM-CARES प्रेशर स्विंग सोखना ऑक्सीजन प्लांट और अस्पताल परिसर में नई अस्थायी अस्पताल सुविधाएं शुरू हुईं।
उन्होंने कहा कि "अस्पताल और डॉक्टर एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। एक दूसरे के बिना काम नहीं कर सकता। डॉक्टरों को उनके समर्पण और अपने काम पर ध्यान देने के कारण इसका एहसास नहीं हो सकता है। वे समाज में जबरदस्त सम्मान का आनंद लेते हैं।" उन्होंने कहा कि कोरोना से हमें बचाने में डॉक्टरों की प्रतिबद्धता ने इस सम्मान को काफी बढ़ा दिया है। अस्पताल इस लोकाचार का एक स्वाभाविक विस्तार होना चाहिए।" मंडाविया ने इस अवसर पर एक पुस्तिका 'क्वालिटी की बात' का भी विमोचन किया। उन्होंने अस्पताल को अस्पताल और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए प्रवेश स्तर के राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएच) मान्यता प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत किया।
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