नईदिल्ली। भारतीय मजदूर संघ ने आज रामलीला मैदान पर प्रदर्शन किया। इसदौरान बड़े पैमाने पर श्रमिक मौजूद थे। मजदूरों ने यहां से एक मार्च निकाला जो संसद भवन क्षेत्र तक पहुंचा। मजदूर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने मांग की थी कि मजदूरों को 18 हजार रूपए प्रतिमाह का वेतन मिले। श्रम कानूनों में बदलाव हो, मदूर वर्ग के कर्मचारियों पर होने वाले हमले बंद हो जाऐं।
श्रम कानूनों का उल्लंघन करने वालों को सजा का प्रावधान दिया जाए। आंगनवाड़ी कर्मचारियों को सरकारी कर्मचारियों के समान वेतन मिले। प्रदर्शन के दौरान किसान संगठन के सदस्य भी शामिल थे। इन लोगों ने मांग की है कि किसानों के हित में निर्णय हों। कर्ज माफी के लिए उचित उपाय किए जाऐं। निर्णय लिया गया कि किसान संगठन 20 नवंबर को किसान मुक्ति संसद का आयोजन करेंगे।
इस दौरान संसद भवन क्षेत्र तक मार्च निकाला जाएगा। हालांकि फिलहाल संसद के शीतकालीन सत्र की तारीखों की जानकारी नहीं मिल सकी है। मगर माना जा रहा है कि संसद में किसान कर्जा माफी का मसला आगामी सत्र में गूंज सकता है।
हालांकि फिलहाल राजनीतिक दल गुजरात विधानसभा चुनाव की तैयारियों में व्यस्त हैं ऐसे में उन्हें अन्य राज्यों के किसान व मजदूरों की परेशानियां नज़र नहीं आ रही हैं। ऐसे में संसद क्षेत्र तक मार्च कर सरकार और अन्य लोगों का ध्यान परेशानियों की ओर खींचा जाएगा। आंदोलन में भारतीय मजदूर संघ, भारतीय किसान संघ के शामिल होने की संभावना है।
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