बीजिंग: पाकिस्तान भारत का पड़ोसी देश है और इस समय पाकिस्तान के चीन से संबंध कुछ ज्यादा ही गहरे हो गए हैं। हाल में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान चीन की यात्रा पर गए हैं। वहीं भारत के साथ सभी विवादों को बातचीत के जरिये सुलझाने के पाकिस्तान के हर प्रयास को चीन का समर्थन मिला है। इसके अलावा परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह की सदस्यता के पाकिस्तान के दावे का भी चीन ने समर्थन किया है।
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जानकारी केे अनुसार बता दें कि पाकिस्तान और चीन के आपसी संबंध भारत की अपेक्षा ज्यादा अच्छे हैं क्योंकि भारत इन दोनों ही देशों से किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं करता और न ही किसी तरह की वार्ता इनके बीच होती है। यहां बता दें कि पी एम इमरान इस समय वीन में हैं और पाकिस्तान व चीन के बीच विकास योजनाओं के लिए समझौते हुए हैं। वहीं संयुक्त बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान के बातचीत के जरिये शांति स्थापित करने के प्रयास का चीन समर्थन करता है और इसके साथ ही भारत के साथ वार्ता, सहयोग और शांति स्थापित करने की पाकिस्तान की इच्छा की चीन प्रशंसा करता है।
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गौरतलब है कि पाकिस्तान और चीन के बीच व्यापारिक समझौते पहले ही हो चुके है। लेकिन हाल में पाकिस्तान और चीन के बीच 16 समझौते हुए हैं। जाहिर सी बात है कि भारत और चीन के बीच वार्ता संभव नहीं है वहीं चीन खुद को क्षेत्रीय शांति का पक्षधर बताता है और भारत भी पाकिस्तान के साथ वार्ता के जरिये सभी विवाद निपटाना चाहता है। लेकिन वह वार्ता और आतंकी हमलों के साथ-साथ चलने का विरोधी है।
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