वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी ने एक कड़ा कदम उठाते हुए रूस पर चार साल का प्रतिबंध लगाने का निर्णय ले लिया है। इस प्रतिबंध के कारण से वह ओलंपिक में भाग नहीं ले पाएगा। ओलंपिक 2020 का आयोजन टोक्यो में होना है।
वाडा के अध्यक्ष क्रेग रीडी ने शनिवार को ओलंपिक समिट में कहा था कि जो भी मॉसको की प्रयोगशाला के डाटा से छेड़ छाड़ करने के दोषी हैं उनकी कड़ी निंदा करते हैं। और उन्होंने कहा था, मैं बात से सहमत था कि यह खेल पर किया गया एक आक्रमण था। ऐसे काम को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त फैसला लिए जाने की जरूरत है।
रूस को खेल के सभी बड़े इवेंट से अगले चार वर्ष के लिए बाहर करने का फैसला ले लिया गया है। वाडा ने रुस पर चार साल का प्रतिबंध लगाया है जिसका मतलब यह है कि वो टोक्यो ओलंपिक और 2022 में कतर में खेले जाने वाले फुटबॉल विश्व कप में भी हिस्सा नहीं ले पाएगी। रूस ने हाल 2014 में हुए शीतकालीन ओलंपिक की मेजबानी की थी। इतना ही नहीं पिछले वर्ष 2018 के फुटबॉल विश्व कप को भी रुस में ही खेला गया था।
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