न्यूयार्क: विश्व सहित भारत में भी अपना व्यापार संचालित करने वाली कंपनियों को विश्व बैंक ने अब भ्रष्टाचारी करार दिया है। विश्व बैंक ने भारत में काम करने वाली कंपनियों और लोगों पर विभिन्न परियोजनाओं के अंतर्गत काम करने पर रोक लगा दी है। वर्ल्ड बैंक ने हाल में जारी की अपनी नई सालाना रिपोर्ट में कहा कि भारत की ओलिव हेल्थकेयर और जय मोदी द्वारा धोखाधड़ी व भ्रष्ट गतिविधियों के कारण उन्हें सभी परियोजनाओं में काम करने पर रोक दिया है।
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विश्व बैंक द्वारा जारी की गई नई रिपोर्ट के मुताबिक ओलिव हेल्थकेयर पर 10 साल छह महीने और जय मोदी पर सात साल छह महीने के लिए रोक लगा दी गई है। इसके अलावा विश्व बैंक ने कुल 78 कंपनियों व लोगों पर अपनी परियोजनाओं में काम करने पर रोक लगाई है।
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गौरतलब है कि विश्व बैंक ने जिन अन्य भारतीय कंपनियों पर परियोजनाओं में हिस्सा लेने से रोक लगाई है उनमें तात्वे ग्लोबल एन्वायरन्मेंट प्राईवेट लिमिटेड, एसएमईसी इंडिया प्राईवेट लिमिटेड तथा मैक्लियोड्स फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड शामिल हैं। विश्व बैंक ने जिन कंपनियों और लोगों पर रोक लगाई है, उनके अलावा कुछ अन्य कंपनियां भी इसमें शामिल हैं, इसके अलावा अन्य जो कंपनियां अभी कार्य कर रही हैं यदि वे बैंक की शर्तों को समय से पूरा नहीं करते हैं तो उन्हें भी इसमें शामिल किया जा सकता है। यानि वे भारतीय कंपनियां जो विश्व बैंक से जुुड़ी हैं उन पर अब खतरा मंडराने रहा है।
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