नई दिल्लीः भारतीय बाक्सर अमित पंघाल पुरुषों की वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम करने के इरादे से उतरेंगे। उन्होंने बीते बीस सत्र में केवल चार मेडल ही अपने नाम कर पाए। भारत के लिए अभी तक सिर्फ विजेंदर सिंह (2009), विकास कृष्णन (2011), शिवा थापा (2015) और गौरव बिधूड़ी (2017) विश्व चैंपियनशिप में मेडल जीत सके हैं . इन सभी को ब्रॉन्ज मेडल मिले और भारत की नजरें मेडल का रंग बेहतर करने पर भी होगी ।
भारतीय बॉक्सिंग के हाई परफार्मेंस निदेशक सैंटियागो नीवा ने प्रेस ट्रस्ट से कहा ,‘यह कठिन होगा . हमारा मकसद पिछले प्रदर्शन को बेहतर करना है . हम उसी के लिए मेहनत कर रहे हैं। यह टूर्नामेंट ओलिंपिक क्वालिफायर होना था जिसमें पारंपरिक दस भारवर्ग की बजाय संशोधित आठ (52 किलो, 57, 63,69,74,81,91 और प्लस 91 किलो) भारवर्ग रखे गए हैं ।
अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति ने अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग संघ (एआईबीए) में लंबे समय से चली आ रही प्रशासनिक अनियमितताओं के कारण इससे ओलिंपिक क्वालिफायर का दर्जा छीन लिया । इउनके अलावा कविंदर बिष्ट (57 किलो) भी दावेदारों में है जो 2017 क्वार्टर फाइनल में लहुलूहान हो गए थे. इस साल एशियन चैंपियनशिप में उन्होंने विश्व चैंपियन कैरात येरालियेव को हराया . सतीश कुमार (प्लस 91 किलो) के पास भी विश्व चैंपियनशिप का अनुभव है . एशियाई खेलों के पूर्व विजेता की नजरें टूर्नामेंट में पहले मेडल पर होगी। बता दें कि हाल के दिनों में भारत ने खेलों में उम्दा प्रदर्शऩ किया है। जिससे देश की उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं।
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