वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे हर साल '8 जून' को मनाया जाता है। चिकित्सा विशेषज्ञों का यह कहना है कि विश्व भर में प्रत्येक दिन 100000 में से दस लोग ब्रेन ट्यूमर की वजह से अपनी जान से हाथ धो देते है। 'ब्रेन ट्यूमर दिवस' पर विश्व के अनेक देशों में कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, जिनमें इस बीमारी के लक्षणों और जिसके इलाज के बारे में आवश्यक जानकारियाँ दी जाती हैं। ब्रेन ट्यूमर सबसे घातक बीमारियों में गिनी जाती है।
ब्रेन ट्यूमर क्या है?: 'मस्तिष्क कैन्सर' यानी 'ब्रेन ट्यूमर' एक खतरनाक रोग कहा जाता है। वक़्त रहते इसका उचित उपचार नहीं कराया गया तो यह जानलेवा भी हो जाता है। जब मानव शरीर में कोशिकाओं की अनावश्यक वृद्धि हो, लेकिन शरीर को इन अनावश्यक वृद्धि वाली कोशिकाओं की आवश्यकता न हो, तब इस अवस्था को ही कैंसर के नाम से भी पहचाना जाता है। ब्रेन के किसी हिस्से में पैदा होने वाली असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि ब्रेन ट्यूमर के रूप में प्रकट होती है।
विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस का उद्देश्य: इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों में ब्रेन ट्यूमर के प्रति जागरूकता को और भी बढ़ाना है। ब्रेन ट्यूमर की घातक स्थिति की सूचना लोगों तक पहुंचाना है जो कि आगे चलकर हमेशा मस्तिष्क कैंसर की वजह बनती है। यह अहम् है कि ज्यादा से ज्यादा लोग बीमारी के लक्षणों, उपचार और तथ्यों के बारे में जानें तभी वे इस रोग से बच सकते हैं नहीं तो दिन-ब-दिन यह रोग और भी गंभीर होता जाता है और मनुष्य की जान तक बचाना तक मुश्किल हो जाता है।
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