जब से लोगो के बीच स्मार्टफोन आया उसके बाद से इमोजी का उपयोग तेजी से बढ़ा है. आज अपनी फीलिंग्स को जाहिर करने के लिए लोग लिखने से ज्यादा इमोजी का उपयोग करते हैं. इमोजी के उपयोग से ना सिर्फ अपनी बातों को फीलिंग्स के साथ जाहिर करने का तरीका मिला है, बल्कि इसी के साथ लोग अब किसी बात पर आसानी से रिएक्ट भी कर सकते हैं. क्या आप ये जानते हैं हर रोज आप जिन इमोजी का उपयोग करते हैं उनकी शुरुआत कैसे हुई और ये चलन में कैसे आई.
दुनियाभर में सत्रह जुलाई को वर्ल्ड इमोजी डे के रूप में मनाया जाता है. इस दिन को इमोजी के विश्व जश्न के रूप में मनाया जाता है और इसी दिन कई कंपनियां अपने कस्टमाइज इमोजी भी लॉन्च करती हैं. वर्ष 2014 से सत्रह जुलाई को विश्व इमोजी डे के रूप में मनाया जाने लगा है. एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2015 में सत्रह जुलाई को वर्ल्ड इमोजी डे ट्विटर टॉप ट्रेंड में शामिल हुआ था.
बता दें की इस दिन की शुरुआत जेरेमी बर्ग ने की थी. जो की इमोजीपीडिया के क्रिएटर हैं. दरअसल, वर्ष 2014 में ही इमोजीपीडिया की शुरुआत भी हुई हैं. अलग-अलग रिपोर्ट्स के अनुसार जेरेमी ने सत्रह जुलाई को आईफोन पर इमोजी कैलेंडर दिखाई देने के बाद इस दिन की शुरुआत की थी. जेरेमी ने कहा था कि इस दिन को वर्ल्ड इमोजी डे चुनने के पीछे कोई मुख्य वजह नहीं थी. वर्ष 2016 में गूगल ने कैरेंडर में यूनिकोड में बदलाव कर सत्रह जुलाई को अपने विभिन्न प्रोडक्ट्स पर वर्ल्ड इमोजी डे के रूप में कर दिया.
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