नई दिल्ली: कोरोना के Omicron वैरिएंट पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) लगातार लोगों को 'सिर्फ' सतर्क ही कर रहा है. एक प्रेस वार्ता में WHO ने इस वैरिएंट पर नई चेतावनी जारी करते हुए कहा कि Omicron वैरिएंट जिस तेजी से फैल रहा है, वैसा पहले कभी नहीं देखा गया है. पूरे विश्व में इसके केस अभूतपूर्व तरीके से बढ़ रहे हैं. अब तक 77 देशों में इस जबरदस्त म्यूटेटेड वैरिएंट के पुष्ट मामले सामने आ चुके हैं. WHO चीफ टेड्रोस ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि इस वैरिएंट के कई अन्य देशों में भी मौजूद होने का अनुमान है, जिन्होंने अभी तक इसका पता नहीं लगाया है.
WHO चीफ टेड्रोस ने इस वैरिएंट का मुकाबला करने की कम कोशिशों पर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा कि, 'निश्चित रूप से, अब तक हम ये महसूस कर चुके हैं कि इस वैरिएंट को हल्के में लेना कितना खतरनाक है. भले ही Omicron एक मामूली बीमारी दे रहा हो, लेकिन अधिक संख्या में बढ़ते इसके केस एक बार फिर से स्वास्थ्य व्यवस्था पर दबाव डाल सकते हैं.' बता दें कि Omicron वैरिएंट का पहला केस सबसे पहले नवंबर के महीने में दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था.
WHO एक्सपर्ट ब्रूस आयलवर्ड ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि, 'इसे हल्की बीमारी समझने के निष्कर्ष पर नहीं जाना चाहिए. ऐसा कर के हम अपने लिए एक घातक स्थिति बना रहे हैं.' WHO ने कहा कि अफ्रीका सहित जिन जगहों पर टीकाकरण की दर कम है वहां नए वैरिएंट्स को पनपने का और अवसर मिलेगा. ऐसा अनुमान लगाया गया है कि मई 2022 तक अफ्रीका में 40 फीसद टीकाकरण हो सकेगा और 70 फीसद तक पहुंचने में इसे अगस्त 2024 तक का वक़्त लग जाएगा.
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