आज विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस है जो हर साल मनाया जाता है. इस दिन प्रकृति संरक्षण का संकल्प लिया जाता है. जो सभी को लेना चाहिए. जल, जंगल और जमीन, इन तीन तत्वों के बिना प्रकृति की कल्पना कभी नहीं कर सकते हैं. हम सभी इस बात से वाकिफ हैं कि जंगल हैं तो वन्य जीव हैं. वहीं जल है तो जलीय जीवों का अस्तित्व है और सबसे महत्वपूर्ण पृथ्वी है, प्रकृति है तो हमारे जीवन का अस्तित्व है. दुनिया का सबसे अहम और ख़ास देश उसे ही कहा जा सकता है जहां जल, जंगल और जमीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हों. वैसे आप जानते ही होंगे हमारा देश नदियों, जंगल और वन्य जीवों के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध माना जाता है. इसी के साथ ही हम सभी इस बात से वाकिफ है प्रकृति बची रहेगी, तभी जीवन बचेगा वरना सब अनर्थ हो जाएगा.
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के द्वारा प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा को लेकर दुनियाभर के लोगों के बीच जागरूकता फैलाई जाती है. दुनिया के लोगों को जागरूक करने के लिए विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाया जाना आवश्यक है. जी दरअसल एक स्वस्थ माहौल ही स्थिर और उत्पादक समाज की बुनियाद माना जाता है. ऐसे में विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस भी ऐसे ही विचारों पर आधारित है. इस दिन को महत्वपूर्ण इस वजह से माना जाता है क्योंकि प्रकृति संरक्षण के जरिए ही मौजूदा और आनेवाली पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित और कल्याण सुनिश्चित कर सकते हैं. इस दिन का उद्देश्य है कि प्रकृति के संरक्षण के लिए जरूरी कदम उठाये जाए.
जी दरअसल प्रकृति में असंतुलन होने के कारण ही हमें आपदाओं का सामना करना पड़ेगा. वहीं ग्लोबल वॉर्मिंग, महामारियां, प्राकृतिक आपदा, तापमान का अनियंत्रित तौर पर बढ़ता जाना यह सब समस्याएं है जो प्रकृति में असंतुलन होने के बाद सामने आती है. इस कारण हमे छोटे-छोटे प्रयासों से प्रकृति का संरक्षण करना चाहिए.
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