आज पूरी दुनिया में विश्व महासागर दिवस मनाया जा रहा है, महासागर पृथ्वी की सतह का तकरीबन 71 प्रतिशत हिस्सा कवर करता है। समुद्र के इस खारे पानी में पौधों, जानवरों तथा अन्य जीवों समेत भव्य जीवन है। महासागरीय क्षेत्र पृथ्वी की सतह पर कई घाटियों को भरते हैं। साइंटिस्ट तथा ज्योग्राफर इसे कई वर्गों में विभाजित करते हैं। यह पूरे ग्रह को गर्मी ले जाने वाली महासागरीय धाराओं के साथ ग्रह की 50 प्रतिशत ऑक्सीजन प्रदान करके ग्रह को गर्म रखता है, इसलिए महासागरों के किरदार का जश्न मनाने के लिए, संयुक्त राष्ट्र तथा अंतर्राष्ट्रीय कानून 8 जून को विश्व महासागर दिवस के तौर पर मनाते हैं।
उद्देश्य:-
विश्व महासागर दिवस का लक्ष्य मानव जीवन में समुद्र से होने वाले फायदों के बारे में जागरूकता पैदा करना है। चूंकि समुद्र विभिन्न तरह के जीवन रक्षक और कैंसर-रोधी दवाएं प्रदान करता है, तो अब हमारी बारी है सतत विकास के लिए समुद्र तथा समुद्री संसाधनों के संरक्षण की। यह दिन मानवता के लिए महासागर का जश्न मनाने का दिन है।
इतिहास:-
विश्व महासागर दिवस की अवधारणा प्रथम बार 1992 में रियो डी जनेरियो में पृथ्वी शिखर सम्मेलन में प्रस्तावित की गई थी। यह विचार विश्व के साझा महासागर तथा इंसानों के समुद्र से निजी संबंध का जश्न मनाने के लिए उभरा। हमारी जिंदगी में समुद्र द्वारा निभाया जाने वाला अहम किरदार तथा लोगों द्वारा इसे बचाने में सहायता करने के अहम तरीकों के बारे में जागरूकता बढ़ाई। वर्तमान में, महासागर मामलों के लिए संयुक्त राष्ट्र प्रभाग तथा समुद्र का कानून विश्व महासागर दिवस के लिए कई गतिविधियों का सक्रिय रूप से समन्वय कर रहा है।
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