आज 11 जुलाई, रविवार को विश्व भर में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जा रहा है। इसका लक्ष्य विश्वभर में बढ़ती आबादी से संबंधित दिक्कतों के प्रति लोगों को जागरुक करना है। हमारे देश के लिए भी बढ़ती आबादी कई परेशानियों की वजह बनती जा रही है। इसके कारण बर्थ कंट्रोल से संबंधित जानकारियों का अभाव भी माना जाता है। बढ़ती आबादी की इसके अतिरिक्त भुखमरी का भी बड़ा कारण है। गरीबी उन्मूलन के लिए काम करने वाले संगठन 'ऑक्सफैम' ने बताया है कि विश्वभर में भुखमरी की वजह से हर एक मिनट में 11 व्यक्तियों की मौत होती है। ऑक्सफैम ने 'दि हंगर वायरस मल्टीप्लाइज' नामक रिपोर्ट में बताया, भुखमरी से मरने वाले व्यक्तियों की संख्या कोरोना के चलते जान गंवाने वालों की संख्या से अधिक हो गई है।
बढ़ती आबादी की एक मुख्य वजह है कि व्यक्तियों ने जानकारी की भारी कमी है। ऐसे में कैम्पेन या नुक्कड़ नाटक कर व्यक्तियों को विस्तार से समझाएं कि बढ़ती हुई जनसंख्या कितना बड़ा खतरा है तथा इससे उनकी जिंदगी पर क्या असर पड़ेगा। वही कई स्थानों पर आज भी फैमिली प्लानिंग जैसी कोई चीज नहीं है। ऐसे में व्यक्तियों को फैमिली प्लानिंग की अहमियत समझाएं। उन्हें बताएं कि छोटा परिवार ही सुखी परिवार है। यदि परिवार छोटे होंगे तो सभी को आगे बढ़ने के उचित अवसर, शिक्षा, दीक्षा तथा खान-पान मिल सकेंगे। नहीं तो परिवार में कई कठिनाइयां आ सकती हैं।
बढ़ती जनसंख्या के प्रति व्यक्तियों को जागरूक करने के लिए उन्हें बर्थ कंट्रोल के तरीकों के बारे में विस्तार से समझाएं। आंचलिक क्षेत्रों में आज भी लोग इस मामले में खुलकर चर्चा करने में हिचकिचाते हैं तथा बर्थ कंट्रोल के तरीके के बारे में नहीं पता होता है। ऐसे में उन्हें ऐसी चीजों के बारे में समझाएं।
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