रेडियो के बारे में आप जानते ही होंगे जो एक जमाने में काफी मायने रखता था, लेकिन समय के साथ बहुत कुछ बदल गया जिससे रेडियो की अहमियतता कम हो गई है. ये कहना गलत नहीं होगा कि आज भी कुछ रेडियो सुनना ही पसंद करते हैं. तो इसी के साथ आपको जानकारी दे दें कि हर साल 13 फरवरी को World Radio Day मनाया जाता है. ये हर साल विश्व स्तर पर मनाया जाता है. इसी के बारे में कुछ जानकारी आज आपको दे देते हैं ताकि आपको भी इसका इतिहास पता हो.
13 फरवरी : विश्व रेडियो दिवस
सबसे पहले बता दें, विश्व रेडियो दिवस 13 फरवरी 2015 को विश्व स्तर पर मनाया गया था. विश्व रेडियो दिवस 2015 की थीम युवा और रेडियो था. यह दिवस रेडियो के माध्यम से मनोरंजन और जानकारी, दूरदराज के लोगो के लिए संचार और लोगों को सशक्त बनाने हेतु वैश्विक उत्सव के रुप में मनाया जाता है. इसमें आपको हर तरह की जानकारी दी जाती थी और आज भी कुछ ऐसा ही होता है लेकिन कुछ परिवर्तन अब आ चुके हैं.
वर्ष 2011 में अपने 36 वें महासभा में, यूनेस्को ने 13 फ़रवरी को विश्व रेडियो दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी. पहली बार विश्व रेडियो दिवस आधिकारिक रुप से वर्ष 2012 में मनाया गया. इसके अलावा 13 फ़रवरी यूनेस्को के लिए इस लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह 1946 में संयुक्त राष्ट्र के पहले रेडियो स्टेशन की स्थापना का सालगिरह दिवस भी होता है.
रेडियो विश्व का सबसे सुलभ मीडिया है. दुनिया के किसी भी कोने में रेडियो सुना जा सकता है. वे लोग, जो पढ़ना-लिखना नहीं जानते, रेडियो सुनकर सारी जानकारियाँ पा जाते हैं. आपातकालीन परिस्थितियों में रेडियो सम्पर्क-साधन की भूमिका भी निभाता है और लोगों को सावधान और सतर्क करता है. कोई भी प्राकृतिक आपदा आने पर बचाव-कार्यों के दौरान भी रेडियो महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है.