नई दिल्ली: देश में कच्चे इस्पात का उत्पादन नवंबर में 2.8 फीसद घटकर 89.34 लाख टन रहा। यह निरंतर दूसरा महीना है जब कच्चे इस्पात का उत्पादन घटा है। विश्व इस्पात संघ (वर्ल्डस्टील) ने अपनी ताजा रिपोर्ट में इस संबंध में जानकारी दी है। गत वर्ष नवंबर में कच्चे इस्पात का उत्पादन 91.92 लाख टन था। वैश्विक संगठन के मुताबिक, भारत में अक्टूबर 2019 में कच्चे इस्पात का उत्पादन 3.4 फीसद घटकर 90.89 करोड़ टन रहा था। एक वर्ष पूर्व इसी महीने में उत्पादन 94.08 करोड़ टन था।
रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर इस्पात उत्पादन भी नवंबर महीने में एक फीसद कम होकर 14.78 करोड़ टन रहा जो एक वर्ष पूर्व इसी महीने में यह 14.94 करोड़ टन था। हालांकि विश्व के सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक देश चीन का उत्पादन बढ़ा है। वर्ल्डस्टील के अनुसार नवंबर में चीन का उत्पादन 4 फीसद बढ़कर 8.03 करोड़ टन रहा जो एक वर्ष पूर्व इसी महीने में 7.72 करोड़ टन रहा था।
जापान में कच्चे इस्पात का उत्पादन आलोच्य महीने में 10.6 फीसद घटकर 77.43 लाख टन रहा, जो नवंबर 2018 में 86.59 लाख टन दर्ज किया गया था। आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिकी का उत्पादन नवंबर 2019 में 2.2 फीसद घटकर 72.33 लाख टन रहा। एक वर्ष पूर्व इसी महीने में 73.99 लाख टन कच्चे इस्पात का उत्पादन हुआ था। विश्व इस्पात संघ के सदस्यों की वैश्विक इस्पात उत्पादन में 85 फीसद भागीदारी है। इसमें 160 इस्पात उत्पादक, राष्ट्रीय और क्षेत्रीय इस्पात उद्योग संगठन और इस्पात शोध संस्थान शामिल हैं।
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