यूक्रेन पर रूसी सेना के हमले के उपरांत खेल जगत में भी निरंतर रूस का विरोध किया जा रहा है । रूस के साथ ही लोग रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भी विरोध कर रहे हैं। कई खेल संस्थाएं रूस पर प्रतिबंध भी लगा दी है। अब विश्व ताइक्वांडो ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से ब्लैक बेल्ट की मानद उपाधि को छीन लिया है। जिसके साथ ही ताइक्वांडो से जुड़ी शीर्ष संस्था ने यूक्रेन पर रूसी सेना के हमले का विरोध करना भी शुरू कर दिया है। इससे पहले इंटरनेशनल जूडो फेडेरेशन ने पुतिन को मानद अध्यक्ष पद से हटाया जा चुका है।
पुतिन को नवंबर 2013 में ब्लैक बेल्ट की उपाधि भी दिलवा दी है। वर्ल्ड ताइक्वांडो ने पुतिन से ब्लैक बेल्ट की मानद उपाधि वापस लेते हुए यूक्रेन पर हुए हमले का विरोध करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही रूस और बेलारूस में ताइक्वांडो से जुड़ा कोई भी आयोजन नहीं होने वाला है। जिसके साथ ही वर्ल्ड ताइक्वांडो के किसी भी आयोजन में रूस और बोलारूस के झंडे को बैन किया गया है। दोनों देशों के राष्ट्रगान पर भी प्रतिबंध भी लगाया जा चुका है।
शांति जीत से ज्यादा जरूरी: विश्व ताइक्वांडो ने अपने आधिकारिक बयान में बोला है कि "वर्ल्ड ताइक्वांडो यूक्रेन में मासूम लोगों पर क्रूर हमले की आलोचना करता है। यह विश्व ताइक्वांडो के उद्देश्य और सम्मान-सहिष्णुता के मूल्यों के विरुद्ध है।" वर्ल्ड ताइक्वांडो हमेशा से ही इस धारणा पर कायम रहा है कि शांति जीत से अधिक आवश्यक है।
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