नई दिल्ली: भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी और ओलम्पिक रजत पदक विजेता पी वी सिंधु ने विश्व टूर फाइनल्स में ऐतिहासिक खिताबी जीत के बाद कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि अब कोई बड़ा खिताब जीतने की उनकी क्षमताओं पर सवाल नहीं खड़ा करेगा. लगातार सात फाइनल में हार के बाद ओलंपिक रजत पदक विजेता सिंधु ने अंतत: मिथक तोड़ते हुए जापान की नोजोमी ओकुहारा को 21-19 21-17 से मात देकर प्रतिष्ठित सत्रांत टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया है.
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इस साल राष्ट्रमंडल खेल, एशियाई खेल और विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मैडल जीतने वाली सिंधु ने कहा, 'मैं काफी खुश हूं. मेरे पास इसे बयान करने के लिए अल्फ़ाज़ नहीं हैं, क्योंकि फाइनल में खेलने और हारने के बाद इस वर्ष यह मेरी प्रथम जीत है, इसलिए यह पल यादगार है. सिंधु ने कहा कि सत्र का अंत उनके लिए बेहद खूबसूरत रहा.'
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सिद्धू ने कहा, 'हर बार लोग मुझ से समान सवाल पूछते थे, आशा करती हूं कि यह सवाल दोबारा मुझसे नहीं पूछा जाएगा कि आखिर क्यों मैं हर बार फाइनल मुक़ाबले में हार जाती हूं, मुझे लगता है कि मैं अब यह कह सकती हूं कि मैंने गोल्ड मैडल जीता है और मुझे इस पर बेहद गर्व है कि मैंने देश के लिए स्वर्ण जीता है.'
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