आप सभी को बता दें कि ट्यूबरक्यूलोसिस एक खतरनाक बीमारी है लेकिन इसका उपचार संभव है. जी हाँ, आप सभी शायद ही जानते होंगे कि विश्व की एक तिहाई जनसंख्या टीबी की बीमारी से ग्रसित हैं और इस बीमारी को माइकोबैक्टीरिया के कीटाणु फैलाते हैं और सीधे फेफड़ों को प्रभावित करते हैं. आप सभी को बता दें कि हर साल इसके लिए 24 मार्च को वर्ल्ड टीबी डे मनाया जाता है और इस दिन सभी को जाग्रत किया जाता है. इस बिमारी के बारे में लोगों को जाग्रत करने के लिए इस दिन को बहुत शानदार तरह से मनाया जाता है.
इस दिन को मनाने के पीछे का कारण यही है कि इससे इस बीमारी के बारे में लोगों को जागरुक किया जाए, इसके लक्षणों और इस बीमारी के इलाज के बारे में बताया जाता है. आप सभी को बता दें कि टीवी के प्रमुख प्रकारों में सरवाइकल टीबी, हड्डियों की टीबी, मेनिनजाइटिस टीबी, इन्टेस्टाइन टीबी, जेनेटिक टीबी होती है और 2019 में वर्ल्ड ट्यूबरक्यूलोसिस की थीम है नई है. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं टीबी की बीमारी के लक्षण और इलाज के बारे में.
ये हैं टीबी के लक्षण -
1. दो सप्ताह या उससे ज्यादा दिन तक खांसी
2. खांसी में ब्लड आना
3.भूख कम लगना और वजन का कम होना
4.व्यक्ति को ठंड लग कर पसीने के साथ बुखार आना
5.कई लोगों में शरीर में गांठे भी देखने को मिलती हैं
इलाज: आप सभी को बता दें कि टीबी से पीड़ित मरीज को 6 माह तक का उपचार लेना रहता है और इसमें से पहले 4 माह में 4 दवाओं का मिश्रण दिया जाता है. वहीं उसके बाद अगले 2 माह तक फिर 2 दवाओं का मिश्रण लेने को कहते हैं.
जरा बच कर रहना इनसे, ये हैं खतरनाक घूंघट वाली औरतें...