बीजिंग : रोगियों के बेहतर उपचार में मददगार साबित होने वाले दुनिया के पहले सिंथेटिक नैनो रोबोट को आखिर विकसित कर ही लिया गया. हांगकांग यूनिवर्सिटी के डॉ. जिनयाओ तांग के नेतृत्व वाली टीम को यह सफलता मिली. बता दें कि इस सिंथेटिक नैनो रोबोट से सर्जन को रोगियों के शरीर से ट्यूमर को खत्म करने में मदद मिलेगी. यह रोबोट खून की कोशिका के बराबर है.
इसे रोगी के शरीर में पहुंचाया जा सकता है. यह रोबोट कुछ माइक्रोमीटर आकार का ही है, जो मानव बाल से भी 50 गुना छोटा है. इसे संचालित करने के लिए प्रकाश का उपयोग किया गया है. इस बारे में डॉ. जिनयाओ तांग ने बताया कि माइक्रोस्कोपिक वर्ल्ड में संचार के लिए प्रकाश ज्यादा प्रभावी विकल्प है.
इसके जरिये नैनोरोबोट को ज्यादा जटिल आदेश दिए जा सकते हैं. अब इस नैनो रोबोट के विकसित हो जाने के बाद निश्चित ही रोगियों के उपचार में मदद मिलेगी जिससे उनका जीवन बचाया जा सकेगा. विज्ञानं की यह उपलब्धि प्रशंसनीय है.