आज सेना दिवस है और ऐसे में आज खादी से बना राष्ट्रीय ध्वज 'तिरंगा' का राजस्थान के जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर फहराया जाएगा। जी हाँ, आपको बता दें कि यह तिरंगा लोंगेवाला में प्रदर्शित किया जाएगा, जो 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच ऐतिहासिक युद्ध का मुख्य केंद्र था। यह तिरंगा 225 फीट लंबा और 150 फीट चौड़ा है। वहीँ अगर हम इसके वजन के बारे में बात करें तो इसका वजन 1400 किलोग्राम है। मिली जानकारी के तहत इस झंडे को तैयार करने में खादी के 70 कारीगरों को 49 दिन लगे थे। आप सभी को बता दें कि स्मारक राष्ट्रीय ध्वज के निर्माण से खादी कारीगरों और श्रमिकों के लिए 3500 घंटे का अतिरिक्त काम मिला है।
वहीं इस झंडे को बनाने में 4500 मीटर हाथ से काते और हाथ से बुने हुए खादी के सूती ध्वजपट का इस्तेमाल किया गया है, जो 33, 750 वर्ग फुट के कुल क्षेत्रफल को कवर करता है। इस ध्वज में जो अशोक चक्र का व्यास है वह करीब 30 फीट है। आप सभी को बता दें कि 2 अक्टूबर 2021 को लेह में तिरंगे का अनावरण किया गया था। वहीं इसके बाद खादी द्वारा सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए बनाया गया यह 5वां ध्वज है। इसके बाद दूसरा तिरंगा 8 अक्टूबर 2021 को वायु सेना दिवस के अवसर पर हिंडन एयरबेस पर और उसके बाद 21 अक्टूबर 2021 को लाल किले पर प्रदर्शित किया गया था। जी हाँ और उसी दिन भारत में 100 करोड़ वैक्सीनेशन डोज का आंकड़ा पूरा किया गया था।
आप सभी को हम यह भी बता दें कि 4 दिसंबर 2021 को नौसेना दिवस मनाने के लिए मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया के पास नौसेना डॉकयार्ड में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया था। आप सभी को बता दें कि तिरंगा भारतीयता की सामूहिक भावना और खादी की विरासत शिल्पकला का प्रतीक है और इस तिरंगे को खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने पर 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत तैयार किया गया है।
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