जैसा कि पहले बताया गया है कि मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में नर्मदा नदी पर ओंकारेश्वर बांध में बनाए जाने वाले विश्व की सबसे बड़ी फ्लोटिंग 600 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना से वर्ष 2022-23 तक बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा।
नए एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डांग ने दुनिया के सबसे बड़े सोलर प्रोजेक्ट की तैयारियों की समीक्षा के साथ प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर परियोजना को समय सीमा में पूरा करने का निर्देश दिया। मंत्री डांग ने कहा कि खंडवा जिले में थर्मल, बिजली और जल परियोजनाओं के साथ-साथ सौर ऊर्जा परियोजना भी स्थापित होने जा रही है। इससे खंडवा जिले को काफी बड़ा पावर हब बनाया जाएगा। खंडवा जिला सांसद नंदकुमार सिंह चौहान, विधायक नारायण पटेल और देवेंद्र वर्मा, मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम के प्रबंध निदेशक दीपक सक्सेना भी मौजूद थे। अक्षय ऊर्जा मंत्री डांग ने बताया कि इस प्लांट को बहुउद्देश्यीय परियोजना के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही बिजली, पर्यटन, जल संरक्षण, भूमि संरक्षण आदि पर भी अमल किया जाएगा।
इसी माह पावर प्लांट की डीपीआर तैयार हो जाएगी और जुलाई के अंत तक टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। जुलाई 2023 तक ओंकारेश्वर सागर में सोलर फ्लोटिंग पावर प्लांट पूरी क्षमता से काम करना शुरू कर देगा। इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर सागर में जलस्तर सभी मौसमों में लगभग स्थिर रहता है, इस कारण परियोजना के लिए नर्मदा और कावेरी नदियों के संगम के पास फ्लोटिंग पावर प्लांट के लिए करीब 2000 हेक्टेयर स्थल का चयन किया गया है।
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