नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह कथित यौन शोषण के आरोपों से जूझ रहे कर रहे हैं। उनके खिलाफ बीते कई दिनों से धरना दे रहे पहलवानों के समर्थन में हरियाणा के रोहतक में एक खाप पंचायत की मीटिंग आयोजित की गई। इस बैठक में बड़ी तादाद में खाप नेता पहुंचे, जहां खाप के लोगों ने बृजभूषण शरण सिंह का नार्को टेस्ट करवाने की मांग की। इस मांग पर बृजभूषण की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वे नार्को टेस्ट करवाने को तैयार है, मगर उन्होंने पहलवानों के सामने एक शर्त रखी है।
भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि, ‘मैं अपना नार्को टेस्ट, पॉलिग्राफी टेस्ट या लाइ डिटेक्टर, जो भी बोलो, वो करवाने के लिए तैयार हूं, मगर मेरी शर्त है। मेरे साथ विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया का भी ये टेस्ट किया जाना चाहिए। यदि दोनों पहलवान अपना टेस्ट करवाने को राजी हैं, तो प्रेस बुलाकर ऐलान कर दें। मैं उनको वचन देता हूं कि मैं भी इसके लिए तैयार हूं। मैं आज भी अपनी बात पर कायम हूं और हमेशा इस बात पर कायम रहने का देशवासियों से वादा करता हूं।’ इसके साथ ही बृजभूषण सिंह ने रामचरित मानस की चौपाई ‘रघुकुल रीति सदा चली आई प्राण जाए पर वचन न जाई’ भी कही।
उधर, पहलवानों को समर्थन देने के लिए रविवार (21 मई) को खाप के साथ किसान नेता भी जुड़े, जो पहले किसान आंदोलन में भी शामिल रह चुके हैं। इस मीटिंग में एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें मांग की गई कि बृजभूषण सिंह का नार्को टेस्ट करवाया जाए और उन्हे कानूनी कार्रवाई का सामना करना चाहिए। किसान नेताओं ने घोषणा की है कि 23 मई को को शाम 5 बजे इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकाला जाएगा, जिसके माध्यम से प्रदर्शन को और तेज किया जाएगा। इसके साथ ही 28 मई नए संसद भवन के सामने महिला महापंचायत आयोजित की जाएगी। बताया जा रहा है कि इसी दिन नए संसद भवन का उद्घाटन हो सकता है।
बृजभूषण सिंह पर 1 नाबालिग समेत 7 महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का इल्जाम लगाया है। प्रदर्शनकारी लगातार उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। वहीं पुलिस ने भी बृजभूषण सिंह के खिलाफ दो FIR दर्ज की है, जिसमे पोक्सो एक्ट भी शामिल है। पहलवानों ने चेतावनी दी थी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं, तो वह 21 मई के बाद बड़ा फैसला लेंगे। हालाँकि, अब जब, बृजभूषण सिंह ने तमाम टेस्ट के लिए हामी भर दी है और पहलवानों को भी अपना टेस्ट करवाने के लिए कहा है, तो ये मामला बेहद पेचीदा हो गया है। क्योंकि, जिस पर आरोप हैं, वो खुद ही सभी टेस्ट करवाने के लिए राजी है, यदि पहलवान उनकी शर्त मानकर अपना नार्को टेस्ट करवाने के लिए राजी हो जाते हैं, तो दोनों में से कौन सच बोल रहा है, ये सामने आ जाएगा और यौन शोषण के आरोपों में कितनी सच्चाई है ये भी पता चल जाएगा।