नई दिल्ली: हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से निरंतर पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में यमुना नदी एक बार फिर खतरे के निशान की तरफ बढ़ रही है. यमुना का जलस्तर निरंतर बढ़ रहा है. हालांकि यमुना नदी अभी अपने खतरे के निशान से नीचे है, किन्तु वॉर्निंग लेवल से ऊपर बह रह रही है. यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने के साथ ही निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. दिल्ली में घने बादल छाए हुए हैं और मौसम विभाग ने यमुना से सटे क्षेत्रों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है.
यमुनानगर के हथिनीकुंड बैराज से दो दिन से पानी छोड़ा जा रहा है. लाखों क्यूसेक पानी दिल्ली की ओर आ रहा है. यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए लोहे का पुल बंद कर दिया गया है. अभी दिल्ली में यमुना का जलस्तर 205.17 मीटर पर है. जो कि चेतावनी के स्तर (204.50 मीटर) के पार पहुंच चुका है. हालांकि, अभी खतरे के स्तर (205.33 मीटर) से 16 सेंटीमीटर नीचे है. जहां तक दिल्ली में यमुना के उफान की बात है, तो उस पर सभी एजेंसियां निरंतर नजर रख रही हैं.
यदि हालात गंभीर हुए तो यमुना के किनारे बसे कुछ और इलाकों को खाली कराया जा सकता है. वहीं प्रशासन राहत और बचाव का कार्य संभाल सकता है. बता दें कि हथिनी कुंड बैराज से बुधवार को यमुना नदी में 1.6 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसका बहाव दिल्ली की ओर है. वहीं, गुरुवार को भी 1.14 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया. हथिनी कुंड बैराज से बड़ी मात्रा में यमुना में पानी छोड़े जाने से दिल्ली में यमुना नदी का वाटर लेवल बढ़ गया है.
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