नईदिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवन्त सिन्हा ने जम्मू कश्मीर को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने जम्मू कश्मीर में सेना के उपयोग को नकार दिया हैं, उनका कहना था कि यहां पर सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस बेहतर तरह से सुरक्षा व्यवस्था कर सकते हैं। यह वहां के रहवासियों के लिए सुविधा होगी और उनके लिए यह स्थिति घाव पर मरहम लगाने जैसी होगी।
हैदराबाद में एक समारोह में जम्मू - कश्मीर के मसले पर यशवन्त सिन्हा ने कहा कि हमारी गलतियों के कारण पाकिस्तान, कश्मीर मसले पर आवश्यक तीसरा पक्ष हो गया है। भारत ने जम्मू - कश्मीर में आतंकियों के विरूद्ध कार्रवाईयां की हैं। उनका कहना था कि, आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए सेना का उपयोग किया जाता है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस बात का समर्थन किया, जिसमें मोदी ने कहा था कि कश्मीर मसले का सामाधान गोली और गाली से नहीं बल्कि कश्मीरियों को गले लगाने में है।
यशवन्त सिन्हा ने कहा कि सीआरपीएफ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अच्छा काम कर रही है। वह आतंकियों का सामना भी बेहतर तरह से कर सकती है। आतंकवाद को रोकने के लिए, पाकिस्तान पर दबाव बनाना जरूरी है। ऐसे प्रयास करने होंगे जिससे पाकिस्तान आतंक का निर्यात बंद कर दे।
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