भोपाल: मध्य प्रदेश से पकड़े गए आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (HuT) के 16 संदिग्ध आतंकियों में से अधिकतर की रिमांड अवधि एक बार फिर कोर्ट ने बढ़ा दी है। अदालत ने इनमें से 10 संदिग्धों को 24 मई तक पूछताछ के लिए रिमांड पर भेजा है, जबकि 6 को जेल भेज दिया गया। ATS ने सभी कट्टरपंथियों को अपर सत्र न्यायाधीश रघुवीर पटेल की कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट से जिन आरोपियों की रिमांड स्वीकार हुई है, उनमें यासिर खान, शाकिर रिजवी, दानिश अली, मोहम्मद आलम, खालिद हुसैन, मोहम्मद हमीद, मोहम्मद अब्बास, अबुल रहमान, जुनैद और सलीम का नाम शामिल हैं। राज्य के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया है कि ”कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज़्ब-उत-तहरीर (HuT) से संबंधित तमाम विषयों की जांच SIT कर रही है। इस पूरे मामले में प्रोफेसर कलाम और भगोड़े इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक की भूमिका को भी जांच में शामिल किया गया है।'
India: Hizb-ut-Tahrir jihad group members were converted Hindus, now forcibly converting girls to Islam https://t.co/NyYKLC6LbC pic.twitter.com/qdLDwOKV8s
— Robert Spencer (@jihadwatchRS) May 18, 2023
वहीं, अब तक इस मामले में जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक, ये आतंकी भोपाल से सटे जंगल में रायफल चलाने का प्रशिक्षण ले चुके हैं। साथ ही कुछ फार्म हाउस के नाम भी सामने आए हैं, जहां ये अक्सर आकर ठहरते थे और एक दूसरे से मिलते थे, यहीं ये समय-समय पर प्रशिक्षण भी लेते थे। इस बारे में अब तक की जो लोकेशन एवं जानकारी मिली है, उसके आधार पर मध्य प्रदेश ATS इन फार्महाउस के मालिकों से भी पूछताछ कर रही है। वहीं, इनकी बीवियां संदेशवाहक का काम करती थीं। दुबई के एक बड़े कारोबारी की सहायता से राज्य में 'हवाला' के जरिए फंडिंग किए जाने के भी सबूत सामने आए हैं। भोपाल का जिम ट्रेनर यासिर खान आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर के लिए मानव बम (Suicide Bomber) बनने के लिए तैयार था। यासिर खान मध्य प्रदेश में इस साल प्रस्तावित विधानसभा चुनाव से पहले भीड़ भरे इलाके में 'फटकर' इस्लाम के लिए कुर्बानी देना चाहता था।
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— Facts (@BefittingFacts) May 16, 2023
Saurabh of Bhopal became Md Saleem in 2010. He was brainwashed by Abdul Karim, an FDDI Chhindwara faculty, & Zakir Naik.
He became part of terrorist organisation Hizb ut Tahrir. He wanted to visit Syria in 2010.
He is in custody of MP ATS with 15 others. pic.twitter.com/KwKCBi8Ht2
रिपोर्ट के अनुसार, 'इस्लाम खतरे में है, दारुल हरब (जहाँ इस्लामी शासन न हो) को दारुल इस्लाम (जहाँ इस्लामी शासन हो) में बदलना है, जैसी कट्टरपंथी बातों पर यासिर खान अक्सर सोचता रहता था। यह भी पता चला है कि यासिर ने अरेस्ट होने से पहले कई डिजिटल सबूत मिटा दिए थे, वहीं, दूसरी तरफ इन आतंकियों को देश के बाहर से निरंतर वॉइस नोट आ रहे थे, जोकि ATS की नजर में भी आ गए थे। यह भी पता चला है कि इस्लामिक संगठन हिज़्ब-उत-तहरीर (HuT) के संदिग्ध आतंकियों के टारगेट पर भाजपा के बड़े नेता भी थे। अपने नापाक मकसद में सफल होने के लिए ये आतंकी हथियार भी इकठ्ठा कर रहे थे, अगर इनकी गिरफ़्तारी अभी नहीं होती, तो हो सकता है ये अपने नापाक मंसूबों में कामयाब भी हो जाते, मगर बीते दो वर्षों से हिज़्ब-उत-तहरीर के ये सभी आतंकी ATS की नज़र में थे। इनके विस्फोटक खरीदने की साजिश रचने के दौरान ही ATS ने इन्हे दबोच लिया।
बता दें कि, मप्र ATS ने 9 मई को भोपाल, छिंदवाड़ा और हैदराबाद से 16 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इनमें भोपाल से 10, छिंदवाड़ा से 1 और हैदराबाद से 5 संदिग्ध आतंकियों को अरेस्ट किया गया था। जिसके बाद इन्हे फ़ौरन अदालत में पेश किए जाने पर 19 मई तक के लिए इन्हे रिमांड पर भेज दिया गया था। बता दें कि, जाँच में यह भी पता चला था कि इनमें से आधे आतंकी कुछ समय पहले ही धर्मान्तरित कर मुसलमान बनाए गए थे। इसके बाद इन्होंने अपनी हिंदू बीवियों को भी इस्लाम कबूल करवा कर मुसलमान बनाया। इनमें से एक इस संगठन का सरगना मोहम्मद सलीम भी है, ओवैसी के कॉलेज में प्रोफेसर है। यह सलीम कभी सौरभ राजवैध हुआ करता था, लेकिन भगोड़े इस्लामी उपदेशक ज़ाकिर नाइक के भाषण सुनकर और कुछ कट्टरपंथियों के संपर्क में आकर वो मुसलमान बन गए। सलीम को कट्टरपंथी ट्रेनिंग के लिए विदेश भी भेजा गया था, जहाँ से लौटकर उसे आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (HuT) को फ़ैलाने का काम सौंपा गया, इसके बाद से ही सलीम, ओवैसी के कॉलेज में पढ़ाई की आड़ में मजहबी कट्टरपंथ फैला रहा था, यही नहीं उसने कई लोगों को मुस्लिम भी बनाया है।
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