बगदाद: इराक के यजीदी समुदाय, जिसे खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) के हमलों का शिकार होना पड़ा था, ने भारत से मदद की अपील की है। यजीदी राष्ट्रीय संघ के अध्यक्ष खद्र हजोयान ने कहा कि वे भारत से उम्मीद करते हैं कि वह संयुक्त राष्ट्र में उनके समुदाय के मुद्दे को उठाए और उनकी मदद करे। 2015 में भारत से समर्थन मांगने वाला यजीदी प्रतिनिधिमंडल हिस्सा बनने वाले हजोयान ने बताया कि उस समय कई संगठनों और धार्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने यजीदियों को मानवीय सहायता दी थी।
हजोयान ने कहा कि भारत, विशेषकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक प्रभावशाली देश है, और वह यजीदियों के अस्तित्व को बचाने के लिए इस मुद्दे को उठाने में मदद कर सकता है। यजीदी समुदाय का कोई अपना देश नहीं है और वे विभिन्न देशों में अस्थायी शरण में रह रहे हैं। वर्तमान में यजीदी लोग जर्मनी, रूस, सीरिया, तुर्की, आर्मेनिया, अमेरिका, कनाडा, और अन्य देशों में बस चुके हैं। हालांकि, वे अब भी इराक, सीरिया और तुर्की में अस्थायी शरण में जीवन बिता रहे हैं।
हजोयान ने कहा कि यजीदी समुदाय की लगभग 20-30 लाख लोग हैं और वे भारत से मदद की उम्मीद करते हैं। उनका मानना है कि भारत की सहायता से उनकी आवाज़ को और अधिक असरदार तरीके से उठाया जा सकता है।
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