लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस की छुट्टी रद्द कर दिए जाने से कुछ लोग जरूर नाराज हो सकते हैं , लेकिन सरकार का यह फैसला इसलिए सराहनीय है , क्योंकि छुट्टी वाले दिन स्कूलों में चर्चा, परिचर्चा, निबंध प्रतियोगिता आदि के जरिए छात्रों को महान हस्तियों के बारे में शिक्षित किये जाने का सरकार का फैसला सही है.
उल्लेखनीय है कि यूपी में सत्ता में आने के तुरंत बाद ही योगी सरकार ने महापुरूषों के जन्मदिन या पुण्यतिथि पर दी जाने वाली 15 सार्वजनिक छुट्टियां रद्द कर दींथीं . मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में ये निर्णय किया गया था. डॉ. अंबेडकर का 6 दिसंबर 1956 को निधन हुआ था. यही कारण है कि हर साल उनकी पुण्यतिथि के दिन श्रद्धांजलि और सम्मान देने के लिए महापरिनिर्वाण दिवस मनाया जाता है.
बता दें कि ऐसी छुट्टियों के कारण सीएम योगी ने शैक्षिक सत्र की अवधि कम होने पर चिंता व्यक्त की थी. मुख्यमंत्री का यह विचार था कि योगी महापुरूषों की जयंती पर स्कूलों में अवकाश नहीं होना चाहिए, बल्कि दो घंटे का विशेष कार्यक्रम कर बच्चों को ऐसे महापुरूषों के बारे में शिक्षित करना चाहिए. सरकार का यह निर्णय सराहनीय है .शुरुआत तो किसी को भी करनी थी सबसे पहले योगी सरकार ने इसकी पहल की.
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